प्रतापगढ़ यदि आप अपने बच्चे का प्रवेश कराने जा रहे हैं तो स्कूल के यू डायस नंबर की जानकारी करने के बाद ही प्रवेश कराएं। अन्यथा बाद में पछताना पड़ सकता है। जिले में बिना मान्यता के भी तमाम स्कूल चल रहे हैं। स्कूल के फर्जी होने पर बच्चे का भविष्य प्रभावित हो सकता है।
स्कूलों के फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने के लिए यू-डायस पोर्टल बनाया गया है। इस पोर्टल पर कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूलों का व्यौरा अंकित किया गया है। इस पोर्टल पर पंजीकृत होने वाले स्कूलों
को एक यू डायस नंबर भी जारी किया गया है। यह नंबर इस स्कूल की पहचान है। पोर्टल पर पंजीकृत स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का विवरण भी इसी पोर्टल पर अपलोड होता है, जिस बच्चे का विवरण पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा उसके लिए एक पर्सनल एजुकेशन नंबर जारी होता है। यह नंबर बच्चे की पहचान होती है। यू- डायस नंबर न होने पर आपके बच्चे का दाखिला बाद में दूसरे स्कूलों में नहीं हो सकेगा, जिस स्कूल के पास यू-डायस नंबर होगा, वह बच्चों को पेन जारी कर सकेंगे।
यू डायस पर दर्ज होता है व्यौरा : यू डायस पोर्टल पर सभी स्कूलों व उसमें पढ़ने वाले बच्चों का व्योरा दर्ज किया जाता है। एमआइएस प्रभारी वेसिक शिक्षा मो. वसीम ने बताया कि
जनपद प्रतापगढ़ में 4717 स्कूल यू डायस पोर्टल पर दर्ज हैं। इस पोर्टल पर पांच लाख 72 हजार 454 बच्चे पंजीकृत हैं।
जब बच्चा स्कूल की पढ़ाई पूरी कर
उसकी टीसी पर स्कूल का यू-डायस नंबर तथा बच्चे का पेन नंबर अंकित किया जाता है है। इसी आधार पर बच्चे का दूसरे स्कूल में प्रवेश होगा। वरना कोई स्कूल बिना पेन नंबर के बच्चे का प्रवेश नहीं लेगा। अतः बच्चे का प्रवेश कराते समय स्कूल का यू डायस कोड अवश्य पूछे।
– भूपेंद्र सिंह, वीएसए