सरकार प्राथमिक विद्यालय में तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराकर पढ़ाई की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास कर रही है लेकिन कौशाम्बी में बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक सरकार की मंशा पर पानी फेरने का कार्य कर रहे हैं। ताजा मामला कड़ा विकास खंड का है। यहां प्राथमिक विद्यालय पथरावां के शिक्षकों का नया कारनामा सामने आया है।
शिक्षक खुद विद्यालय पर न आकर गांव के ही किसी लड़के को दो हजार रुपया देकर अपने स्थान पर स्कूल भेजकर बच्चों को पढ़वा रहे हैं। इसका खुलासा बच्चों की शिकायत पर हुआ। घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस मामले में ब्लॉक से लेकर जिले स्तर तक के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है।
प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षकों को सरकार हर महीने वेतन के तौर पर मोटी रकम देती है ताकि बच्चों का भविष्य संवर सके, लेकिन यह शिक्षक विद्यालय ही नहीं आ रहे हैं। अपने स्थान पर पढ़ाने के लिए गांव के ही किसी हाईस्कूल और इंटर पास बेरोजगार की मजबूरी का फायदा उठाकर उसे दो हजार रुपये महीने पर विद्यालय पर रख दिए हैं। वह बच्चों को आधी अधूरी शिक्षा देकर घर चला जाता है। यह रवैया सिर्फ एक विद्यालय का नहीं है।
यह खेल जिले के सैकड़ों विद्यालय में चल रहा है। कौशाम्बी आम तौर पर प्रदेश में पिछड़े जिलों में शामिल है, जहां पर दूसरे जिले का कोई भी शिक्षक तैनात नहीं होना चाहता है। मजबूरी में उसकी नियुक्ति जब इस जिले में हो जाती है तो वह सेटिंग से नौकरी करता है। स्वयं विद्यालय न आकर दो हजार रुपये महीने पर किसी दूसरे शिक्षक को रखकर विद्यालय चलवा रहा है। कड़ा क्षेत्र के पथरांवा विद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।