प्रयागराज, । सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रतीक्षा सूची के नाम पर शिक्षकों की नियुक्ति का खेल चल रहा है। कानपुर में पिछले दिनों पांच शिक्षकों की नियुक्ति का मामला तो सिर्फ बानगी भर है।
अब तक मिली रिपोर्ट के मुताबिक कुल 33 शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की जा चुकी है। खास बात यह है कि फर्जी नियुक्तियों की विजिलेंस जांच के बावजूद हौसलाबुलंद शातिरों ने खेल कर डाला।
प्रशिक्षित स्नातक के फर्जी पैनल के आधार पर संभल, बलरामपुर,
मुजफ्फरनगर समेत तमाम जिलों में शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति हुई है। हाईकोर्ट के आदेश पर इस मामले की विजिलेंस जांच के लिए अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सतर्कता विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को 13 अक्तूबर 2023 को पत्र लिखा था। जबकि कानपुर में 22 नवंबर 2023 को पांच फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।
मामला संज्ञान में आने पर सहायक शिक्षा निदेशक डॉ. ब्रजेश मिश्र ने कानपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कार्यरत प्रधान सहायक राजन टंडन को 29 अप्रैल को निलंबित कर दिया