आजमगढ़ : जहानागंज विकास खंड स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय बुधवार को तब जंग का मैदान बन गया जब निरीक्षण को पहुंची खंड शिक्षाधिकारी डा. कल्पना से वहां के सहायक अध्यापक रामसागर भिड़ गए।
रजिस्टर को लेकर न सिर्फ छीना-झपटी हुई, बल्कि कार्रवाई की चेतावनी पर विरोध में शिक्षकों का गुट बीआरसी पर धमक पड़ा। वहां घिरी बीईओ द्वारा सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला। बीईओ ने आरोपित शिक्षक राम सागर सरोज के निलंबन की बीएसए से संस्तुति की है।
दरअसल, स्कूलों में नामांकन के लिए शासन का दबाव है। ऐसे में खंड शिक्षा अधिकारी डा. कल्पना इन दिनों अवैध तरीके से संचालित विद्यालयों के खिलाफ मुखरता से कार्रवाई कर रही हैं। निरीक्षण के क्रम में वह बुधवार को सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर स्कूल पहुंच गई। मौके पर प्रधानाध्यापक सहित दो शिक्षक गैरहाजिर रहे। बीईओ ने
इनको अनुपस्थित करना चाहा तो शिक्षक ने न सिर्फ विरोध जताया बल्कि गाली गलौज पर उतर आया। उधर, विरोध में शिक्षकों ने बीआर सी कार्यालय पर भारी तादात में जुटकर खंड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। दोनों तरफ से तहरीर पड़ी है।
यह कहना रह्य आरोपित शिक्षक का जहानागंज सहायक अध्यापक रामसागर का आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी डा. कल्पना ने अपशब्दों
का प्रयोग किया। उनके मुताबिक निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापक एवं एक सहायक अध्यापिका गांव में बच्चों से संपर्क हेतु गई हुईं थीं। मैने अनुरोध किया कि इन लोगों को अनुपस्थित मत करिए। इसी बात पर वह भड़क गईं।
दोनो पक्षों द्वारा दी गई तहरीर के संबंध में एसआई बेचू यादव ने कहा कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। उधर, प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष अनिल सिंह ने इस घटना को निंदनीय बताया है।
शिक्षक ने मेरे साथ र गाली-गलौज और अभद्रता की। इस तरह के रवैए से तो बच्चों को उचित शिक्षा की शासन की मंशा ही नहीं पूरी हो पाएगी। फिर धारा 144 के बीच स्कूल के समय जिस तरीके से काम छोड़कर शिक्षकों ने हंगामा मचाया वह कहीं से उचित नहीं है। मैने शिक्षक सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई को संबंधित अधिकारियों को लिखा है।
डा. कल्पना, बीईओ।
इस मामले की सूचना मिली है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। पूरे प्रकरण की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ आवश्ययक कार्रवाई होगी।
– समीर, बेसिक शिक्षाधिकारी