मुरादाबाद। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत एक शिक्षक पर अशासकीय विद्यालयों में फर्जी कागजों से अपने परिजनों को नौकरी दिलवाने का आरोप लगा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की गई थी। मामले की जांच एडी बेसिक के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शुरू कर दी है। बीएसए का कहना है कि सभी विद्यालयों के प्रबंधकों को नोटिस जारी किया गया है, लेकिन अभी तक जवाब नहीं आया है।
नोएडा निवासी एक व्यक्ति आशुतोष चौहान ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। इसमें एक प्रधान अध्यापक द्वारा अधिकारियों से सांठगांठ करके एक सिविल लाइंस के एक विद्यालय में अपनी पत्नी, नागफनी के एक विद्यालय में अपनी भतीजी, अपने विद्यालय में अपने भतीजे और गुरहट्टी के एक विद्यालय में अपनी बहन को अध्यापक एवं प्रधान अध्यापक के पदों पर नियम विरुद्ध तरीके से नौकरी दिलवाने की शिकायत की थी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि इन शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर हुई है। शिकायत मिलने पर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक द्वादश मंडल ने जांच के निर्देश दिए।
संतोषजनक नहीं है रिपोर्ट
अधिकारियों के मुताबिक स्कूलों से शिक्षकों की नियुक्ति पत्रावली में उपलब्ध नियुक्ति से संबंधित सभी शैक्षिक-प्रशिक्षण, अनुभव संबंधी प्रमाण प्रमाण पत्रों की प्रबंधक से सत्यापित प्रति मांगी है। इसके साथ ही संबंधित प्रबंधक द्वारा संस्था, बोर्ड, विश्वविद्यालय से कराए गए सत्यापन की रिपोर्ट मांगी है। कुछ स्कूलों ने रिपोर्ट ही नहीं भेजी तो कुछ स्कूलों द्वारा उपलब्ध करवाई गई रिपोर्ट संतोष जनक नहीं है। इसलिए सभी प्रबंधकों से तीन दिनों में दोबारा रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
वेतन रोकने के भी आदेश
विभाग की ओर से एक शिक्षिका के टीईटी प्रमाण पत्र की ऑनलाइन सत्यापन करवाया। इसमें पता चला कि शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 उच्च प्राथमिक स्तर पर शिक्षिका 63 अंक प्राप्त कर अनुत्तीर्ण रही। जबकि प्रबंधक ने शिक्षिका के नियुक्ति अनुमोदन के लिए टीईटी का जो प्रमाण पत्र दिया गया उसमें उन्हें 91 अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण होने की अंकतालिका दी गई। बीएसए के अनुसार यह नियमों के विपरीत है। उन्होंने टीईटी में फेल होने की वजह से शिक्षिका का तत्काल प्रभाव से वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
– सभी प्रबंधकों से साक्ष्यों सहित नियुक्ति संबंधी सभी कार्यवाही सहित पत्रावली व उसकी प्रमाणित प्रति सहित रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट समय से उपलब्ध न करवाने पर आगामी कार्यवाही की जाएगी।
अजीत कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी