प्रतापगढ़। बेसिक विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के शिक्षण कार्य का मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन के आधार पर बेहतर शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान इनके कार्यों का मूल्यांकन करेगा। विद्यालयों में पढ़ाने के तरीके और विद्यार्थियों पर उनके प्रभाव का अब मूल्यांकन होगा।
कक्षा में शिक्षकों के शिक्षण कार्य की वीडियो रिकार्डिंग की जाएगी। यह वीडियो मूल्यांकन के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) भेजा जाएगा। मूल्यांकन के आधार पर कक्षाओं में बेहतर शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। बेहतर शिक्षण वाले वीडियो को दीक्षा एप पर भी अपलोड किया जाएगा ताकि दूसरे शिक्षक इससे प्रेरित हो सकें।
मूल्यांकन कार्य पांच स्तर पर किया जाएगा। जिसमें समुचित प्रस्तावना, विद्यार्थियों से संवाद, टीचिंग लर्निंग मैटेरियल का समुचित उपयोग, पूरी कक्षा की सहभागिता और बच्चों के रिस्पॉन्स को सम्मिलित किया जाएगा। 20 मई तक वीडियो तैयार
करने का निर्देश दिया गया है। शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर उनके पठन-पाठन के तरीकों को निखारा जाएगा। जिससे शिक्षक प्रेरित होकर बेहतर शिक्षण कार्य कर सकेंगे। बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि बेसिक स्कूलों में प्रभावी शिक्षण के लिए शिक्षकों को लगातार प्रेरित किया जा रहा है। इसी कड़ी में पठन-पाठन को और बेहतर बनाने के मकसद से वीडियो के जरिये शिक्षकों के
मूल्यांकन की कवायद शुरू की गई है। प्रत्येक प्राथमिक, कंपोजिट और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की कक्षावार, विषयवार और लर्निंग आउटकम आधारित वीडियो रिकार्डिंग की जाएगी।