मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान देश की वर्तमान और भावी पीढ़ी का सम्मान है। बच्चों में मानवीय संवेदनाओं को जागृत करना भी एक शिक्षक का दायित्व है। हमें छोटी-छोटी लोकोक्तियों के माध्यम से शिक्षण कला को और मनोरंजक बनाना चाहिए। इस क्षेत्र में लगातार नये अनुसंधान की भी जरूरत है। सीएम योगी शनिवार को गोमतीनगर विस्तार स्थित सीएमएस में शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने सीएमएस के संस्थापक डॉ जगदीश गांधी की स्मृतियों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। सीएम ने सीएमएस की संस्थापिका और चेयरमैन डॉ भारती गांधी की भी इस बात के लिए प्रशंसा की कि उन्होंने डॉ जगदीश गांधी जी के साथ अलीगढ़ से आकर लखनऊ में इस विशाल वटवृक्ष को रोपने का कार्य किया। मुख्यंमंत्री ने कहा कि डॉ भारती गांधी ने सीएमएस को प्रदेश का प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था बनाया है। डॉ जगदीश गांधी विपरीत परिस्थितियों में भी हार न मानने वाले व्यक्ति थे। सीएम ने डॉ जगदीश गांधी और अपने संबंधों की चर्चा भी की।
मुख्यंमत्री ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान हमारे वर्तमान और भावी जीवन का सम्मान है। जो देश के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं उनका सम्मान करना अपने आप में सम्मान का विषय है। शिक्षण व्यवस्थाओं से जुड़ी समस्याओं का समाधान कठिन परिश्रम है। परिश्रम से ही हमें अंतकरण की खुशी मिलती है। विद्यार्थियों को उबाऊ कक्षाओं से उबारकर कैसे मनोरंजक शिक्षा की ओर ले जाया जा सकता है, शिक्षकों को इसका ध्यान रखना होगा। शिक्षण कला में नये-नये अनुसंधान करने होंगे।
74 मेधावी सम्मनित
सीएमएस ने आईएससी, आईसीएसई बोर्ड परीक्षा में 99 प्रतिशत से अधिक अंक लाने 74 मेधावियों को एक-एक लाख का चेक देकर सम्मानित किया। विदेश के विश्वविद्यालयों में छात्रवृत्ति के साथ उच्चशिक्षा के लिये चयनित छात्रों को भी सम्मानित किया। सांस्कृतिक आयोजन हुए। सीएमएस संस्थापिका-निदेशिका डॉ. भारती गांधी ने कहा कि शिक्षकों से समाज में रचनात्मक बदलाव आएगा। प्रबन्धक प्रो. गीता गांधी किंगडन ने कहा कि क्वालिटी एजुकेशन की आवश्यकता है।
सीएम ने कहा शिक्षा को मनोरंजक बनाना होगा
सीएम योगी ने अपने छात्र जीवन की चर्चा करते हुए कहा कि लोकोक्तियों से शिक्षा को मनोरंजक बनाना होगा। बच्चों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना होगा, उनकी क्षमताओं का भी ध्यान रखना होगा। कहा कि सीएमएस के पास अनुभवी लीडरशिप है। हजारों परिवार बच्चों को बेझिझक यहां भेजते हैं, उन्हें पता है कि यहां जो शिक्षा दी जाएगी वो बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनाएगी।