अमृत विचार। जनपद में परिषदीय स्कूल खुलते ही नामांकन बढ़ाने के लिए परिवार सर्वेक्षण शुरू किया जाएगा। शिक्षकों के साथ डीएलएड प्रशिक्षु भी आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वे करेंगे। इसके लिए शासन ने जिले के 967 स्कूलों के लिए 415242 रुपये की धनराशि जारी किया है।
परिवार सर्वेक्षण के लिए स्कूल में एक शिक्षक को नोडल नामित किया जाएगा। शिक्षक, शिक्षामित्र और डीएलएड के प्रशिक्षु घर-घर जाकर अभिभावकों से मिलेंगे और आउट ऑफ स्कूल बच्चों का नामांकन कराने के लिए जागरूक करेंगे। डीएलएड प्रशिक्षुओं को एक घर का सर्वे करने के लिए दस रुपये दिए जाएंगे। सर्वे के बाद प्रशिक्षु सर्वेक्षण प्रपत्र की एक कॉपी विद्यालय के प्रधानाध्यापक को उपलब्ध कराएंगे और प्रधानाध्यापक या स्कूल का नोडल शिक्षक आउट ऑफ बच्चों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करेंगे। खंड शिक्षाधिकारी कम से कम 30 गांव, जिला समन्वयक 20-20 गांव और डायट प्राचार्य व बीएसए दस-दस गांव का भ्रमण कर परिवार सर्वेक्षण की क्रॉस चेकिंग करेंगे।
परिवार सर्वेक्षण के लिए शासन स्तर से 4,15,242 रुपये का बजट जारी किया है। इसमें 315242 रुपये स्कूलों में परिवार सर्वेक्षण के लिए पम्पलेट, बैनर बनवाने के लिए खर्च किया जाएगा और एक लाख रुपये से डीएलएड के प्रशिक्षुओं को भुगतान किया जाएगा।
स्कूल खुलते ही जिले में आउट 6 ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित कर उनका नामांकन कराने के लिए परिवार सर्वेक्षण अभियान चलाया जाएगा। शिक्षकों के साथ डीएलएड प्रशिक्षु भी सर्वे करेंगे। परिवार सर्वेक्षण के लिए शासन ने 4 15, 242 रुपये का बजट जारी किया है।