लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण कार्य 28 जून से शुरू हो रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षण कार्य शुरू होने से पहले 25 जून तक सभी विद्यालयों की साफ-सफाई और सुंदरीकरण कराने के निर्देश दिए हैं। उधर, प्रधानाध्यापकों ने बजट न होने का हवाला देते हुए कार्य पूर्ण न होने की बात कहीं है।
शिक्षकों का कहना हैं कि विद्यालय परिसर का कक्षा कक्ष हो या वाशरूम, बजट न होने से सफाई नहीं हो पाती है। कई बार शिक्षको ने अपने खर्च पर परिसर भवन की मरम्मत कराई लेकिन उसका भी पैसा अभी तक नहीं मिला। बेसिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष संदीप कुमार ने बताया कि मार्च में जिले में 38 से अधिक विद्यालय जर्जर स्कूल के रूप में चिह्नित किए गए थे और जुलाई से पहले तोड़ने और नए भवन निर्माण की बात कही गई। लेकिन, अभी तक कार्य नहीं हो सका है। उधर विभाग ने स्कूलों का सुंदरीकरण कराने के आदेश दिया है। आखिर बिना बजट के स्कूलों में कार्य कैसे होंगे।
25 जून को शिक्षकों को बुलाया गया
एडी बेसिक श्याम किशोर ने बताया कि स्कूलों में शिक्षण कार्य शुरू होने से पहले स्कूल परिसर की सफाई और मरम्मत का कार्य किया जाना है। इसके लिए 25 जून को सभी शिक्षकों को स्कूल बुलाया गया है।
■ स्कूलों को मिलने वाले कंपोजिट ग्रांट से ही परिसर की सफाई की जानी है। उन्होंने बताया कि 28 जून को जब स्कूल परिसर में छात्र प्रवेश करेंगे तो उनका स्वागत फूल और माला पहनाकर किया जाएगा। इस संबंध में सभी स्कूलों को दिशा निर्देश जारी किया गया है।