लखनऊ : डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के प्रशिक्षु परिवार सर्वेक्षण कर पढ़ाई के साथ अब कमाई भी कर सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से परिवार सर्वेक्षण कराकर स्कूल न आने वाले बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। छह वर्ष से 14 वर्ष की आयु के ऐसे बच्चे जो विद्यालय नहीं जा रहे उनका नाम परिषदीय स्कूलों में लिखवाया जाएगा। यह अभियान इसी महीने शुरू किया जाएगा। प्रत्येक घर का सर्वे करने पर दस रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। एक दिन में अधिकतम 30 घरों का सर्वे कर वह 300 रुपये कमा सकेंगे।
* महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से निर्देश हैं कि अध्यापकों, शिक्षामित्रों के साथ साथ इस कार्य में अब डीएलएड के प्रशिक्षुओं को भी लगाया जाए। कुल पांच करोड़ रुपये की धनराशि जारी की जाएगी। सभी जिला
• स्कूल न आने वाले बच्चों को करेंगे चिह्नित
• प्रतिदिन 300 रुपये कमाने का मिलेगा मौका
बेसिक शिक्षा अधिकारी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) से संपर्क कर डीएलएड प्रशिक्षुओं को इस कार्य को करने के लिए प्रेरित करेंगे। सभी 1.32 लाख परिषदीय स्कूलों में इस कार्य के प्रबंधन के लिए एक नोडल शिक्षक नामित किया जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के 30-30 गांव का भ्रमण कर परिवार सर्वेक्षण कर सत्यापन करेंगे कि सर्वे का कार्य ठीक ढंग से किया जा रहा है या नहीं। अगर कार्य में शिथिलता पाई जाएगी कि तो कार्रवाई होगी। फिलहाल अब सभी जिले इसकी तैयारी में जुट गए हैं। स्कूल न आने वाले बच्चों को चिह्नित कर उनका प्रवेश कराया जाएगा।