लखनऊ। सिपाही नागरिक पुलिस के
60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए फरवरी माह में हुई लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड का कैलेंडर बिगड़ गया है। चीते छह माह के दौरान पुलिस विभाग के करीब 80 हजार पदों पर होने वाली भर्तियां इसकी वजह से अधर में हैं। फिलहाल भर्ती बोर्ड का पूरा फोकस सिपाही सीधी भर्ती की दोबारा लिखित परीक्षा कराने पर है, जिसके बाद अन्य पदों पर भी भर्ती की प्रक्रिया को अमली जामा पहनाया जाएगा।
सूत्रों की मानें तो सिपाही नागरिक पुलिस के अलावा पीएसी, युगीएसएसएफ और फायर सर्विस में वय 15 हजार पदों पर भी भर्ती का प्रस्ताव बोर्ड ने तैयार किया था। इनमें पीएसी की तीन महिला वाहिनिया में होने वाली भर्तियां भी शामिल थी। बोर्ड ने बीते वर्ष नवंबर माह में सिपाही भर्ती के साथ कंप्यूटर ऑपरेटर के करीब प्रोग्रामर एक हजार पढ़ें तथा मिनिस्टीरियल संवर्ग के 910 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को शुरू किया था।
सिपाही भर्ती का पेपर लीक होने के बाद भर्ती बोर्ड में मचे हड़कंप की वजह से बाकी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया थम गयी। तत्पश्चात लोकसभा चुनाव की वजह से ढाई माह तक बोर्ड आगे की कवायद नहीं कर सका। मुख्यमंत्री के निर्देश पर भर्ती बोर्ड अब अगस्त माह तक सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा को दोबारा कराने की कोशिश में जुटा है।
पुलिस में आउटसोर्सिंग से भर्ती का गलत पत्र जारी होने की जांच शुरू
लखनऊ। पुलिस के लेखा एवं गोपनीय संवर्ग के संवेदनशील पदों पर आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती किए जाने का गलत पत्र जारी होने के प्रकरण की जांच शुरू कर दी गयी है। एडीजी स्थापना संजय सिंघल ने बताया कि यह पत्र किन परिस्थितियों में जारी हुआ और उसे बिना परीक्षण के शाखाओं में भेजा गया, इसकी गहनता से जांच का जिम्मा अपर पुलिस अधीक्षक, स्थापना को सौंपा गया है। जांच में दोषी पाए गये अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह पत्र चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को आउससोर्सिंग से भर्ती कराने के बारे में जारी होना था। पुलिस विभाग में 40 पदों पर आठससोर्सिंग के जरिए भर्ती करने का नियम है, जिसमें से 30 पदों पर वर्तमान में भर्ती भी होती है। लेखा, लिपिक और गोपनीय संवर्ग के उपनिरीक्षक एवं सहायक उपनिरीक्षक के पदों पर सीधी भर्ती की जाती है, जिसका अधियाचन कुछ दिन पहले पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड भेजा जा चुका है। बता दें कि उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने बीते वर्ष नवंबर माह में मिनिस्टीरियल संवर्ग के 910 पदों पर सीधी भर्ती का विज्ञापन भी जारी किया था। स्यूरो