रायबरेली, । प्रदेश के सात बए जिलों के निवासियों को भारी वाहन न चलाने का प्रशिक्षण और लाइसेंस के एं लिए रायबरेली आना होगा। रायबरेली में खुले इंडियन ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (आईडीटीआर) में प्रशिक्षण – और टेस्ट के बाद भारी वाहनों के चलाने का लाइसेंस जारी किया जाएगा।
जिले में हरचंदपुर में आईडीटीआर में फतेहपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी, उन्नाव, बाराबंकी तथा लखनऊ के मध्यम और भारी वाहनों के मोटर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देना होगा। पहली अक्टूबर से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। यहीं पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। अब रायबरेली समेत इन जिलों में खुले हुए मोटर ट्रेनिंग स्कूलों में भारी वाहन चलाने की ट्रेनिंग संचालक नहीं दे सकेंगे। इसको लेकर सम्बन्धित सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों को पत्र भेजे जा चुके हैं। इसके अलावासभी प्रकार के लाइसेंस का कार्य भी आईडीटीआर में कराया

जाएगा। इसमें फोटो से लेकर फिंगर प्रिंट तक सभी कार्य किए जाएंगे। आईडीटीआर में एडमिशन लेना होगा पहली अक्टूबरे से वाहन चालकों को रिफ्रेशर कोर्स करने के लिए यहां आना पड़ेगा। वाहन चलाने की शिक्षा जब आईडीटीआर से मिलेगी तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद
अक्टूबर से पड़ोस के सात जिलों के वाहन चालकों को यहां आकर टेस्ट देना होगा और उसके बाद ही भारी वाहन चलाने के लिए लाइसेंस जारी होंगे। यहीं पर उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। फोटो से लेकर फिंगरप्रिंट तक सभी कार्य यहीं पर किए जाएंगे। बबिता वैश्य, प्राचार्य आईडीटीआर
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