समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने सोमवार को चार अन्य आरोपियों को कौशाम्बी जेल में रिमांड बनवा लिया। इससे पूर्व तीन आरोपियों को रिमांड बनने के बाद नैनी जेल भेज दिया गया था। अब बाकी अन्य आरोपियों का रिमांड बनवाया जाएगा। इसके बाद पुलिस जेल में बयान दर्ज करेगी।
लखनऊ एसटीएफ ने आरओ एआरओ पेपर लीक में फरार अभिषेक, कमलेश पाल और अर्पित विनीत जयवंत और अमित सिंह का कोर्ट के आदेश पर रिमांड बनवाया है। इन आरोपियों में कमलेश पाल झूसी स्थित एक स्कूल का मैनेजर जबकि अर्पित विनीत जसवंत बिशप जानसन गर्ल्स विंग इंटर कॉलेज का कर्मचारी था। पुलिस का दावा है कि 11 फरवरी को आरओ-एआरओ का पेपर कॉलेज में पहुंचने के बाद अर्पित विनीत जसवंत ने कमलेश पाल को कॉलेज के अंदर बुला लिया। दोनों की मिलीभगत से पेपर का बंडल खोलकर उसकी फोटो
ले ली। इसके बाद कमलेश ने डॉ. शरद को व्हाट्स एप किया था। कमलेश ने खुद भी आरओ-एआरओ का पेपर दिया था। इन चारों का रिमांड बनवाने के बाद अब चार अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इससे पूर्व एसटीएफ ने यूपी पुलिस से बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह, स्कूल प्रबंधक सौरभ शुक्ला समेत तीन को रिमांड बनवाकर नैनी जेल भेज दिया था। इस केस का मुख्य आरोपी मेजा निवासी राजीव नयन मिश्र मेरठ जेल में बंद है। एसटीएफ उसे भी अपने केस में आरोपित करेगी। बता दें कि कौशाम्बी पुलिस और एसटीएफ ने विभिन्न परीक्षाओं में धांधली करने के आरोप में 10 को गिरफ्तार किया था। वहीं आरोपी अब आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक के मुकदमे में आरोपित किये जा रहे हैं।