लखनऊ। सीएम योगी ने शनिवार को विभिन्न चयन आयोगों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर चयन प्रक्रियाओं में व्यापक सुधार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चयन आयोगों से अपेक्षा है कि वे भर्ती परीक्षाओं के लिए कैलेंडर समय से जारी करें और कड़ाई के साथ उसका अनुपालन करें। सभी चयन आयोग परस्पर समन्वय से यह सुनिश्चित करें कि एक दिन में एक ही परीक्षा आयोजित की जाए।
सीएम ने कहा कि कुछ पदों के लिए शैक्षिक अर्हता निर्धारण में समकक्ष योग्यता के संबंध में विसंगतियों की सूचना प्राप्त हुई है। संबंधित विभाग प्रकरण का समाधान कर आयोग को सही जानकारी उपलब्ध कराएं। चयन परीक्षाओं के सेंटर के लिए साफ-सुथरे ट्रैक रिकॉर्ड वाले शैक्षिक संस्थान ही सेंटर बनाए जाएं।
गड़बड़ होने पर डीएम और डीआईओएस भी होंगे जवाबदेह :
सीएम ने कहा कि एडेड कॉलेज को सेंटर बनाया जाता है तो संबंधित प्रबंधक परीक्षा व्यवस्था में कहीं से भी शामिल न हों। केंद्र व्यवस्थापक के रूप में दूसरे संस्थान के प्रधानाचार्य को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। जिलाधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को भी व्यवस्था से जोड़ें। गड़बड़ी हुई तो इनकी भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। सीएम ने कहा कि हाल ही में शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया
गया है। इसके सदस्य नामित किए जा चुके हैं। अध्यक्ष की नियुक्ति भी यथाशीघ्र कर दी जाएगी।
अब एक ही एजेंसी नहीं कराएगी पूरी परीक्षा
योगी ने कहा कि पेपर सेट करने की प्रक्रिया, उनकी छपाई, कोषागार तक पहुंचाने, कोषागार से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने, परीक्षा केंद्र की व्यवस्था, परीक्षा के बाद ओएमआर आयोग तक पहुंचाने, ओएमआर की स्कैनिंग, परिणाम तैयार करने सहित पूरी व्यवस्था में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। अलग- अलग कार्यों के लिए अलग-अलग एजेंसियों का उपयोग करें। एजेंसी के रिकॉर्ड की भलीभांति जांच करने के बाद ही दायित्व दें। उन्होंने कहा कि हर पाली में दो या अधिक पेपर सेट जरूर होने चाहिएं। प्रत्येक सेट के प्रश्नपत्र की छपाई अलग-अलग एजेंसी का माध्यम से कराया जाना चाहिए। सीएम ने कहा कि शुचिता और गोपनीयता के लिहाज से चयन आयोगों को शासन स्तर के शीर्ष अधिकारियों और एसटीएफ के संपर्क में रहना चाहिए।
भर्ती प्रक्रिया में न हो विलंब
सीएम ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया में सरलता के लिए ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू की गई है, जिसका उपयोग किया जाए। सभी विभाग नियुक्ति के लिए अधियाचन भेजने से पूर्व नियमावली का परीक्षण कर लिया जाए। भर्ती प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब न किया जाए