प्रयागराज। आरओ/एआरओ परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार झुंसी के स्कूल मैनेजर कमलेश पाल ने एक और फर्जीवाड़ा किया। बिशप जॉनसन स्कूल एंड कॉलेज में पहुंचकर उसने प्रश्नपत्र का फोटो खींचकर इसे लीक तो किया ही, परीक्षा में बतौर कक्ष निरीक्षक ड्यूटी का पारिश्रमिक भुगतान भी ले लिया। यह खुलासा इसी मामले में गिरफ्तार केंद्र व्यवस्थापक अर्पित विनीत यशवंत ने एसटीएफ के सामने किया है।
एसटीएफ ने कौशाम्बी जेल में जाकर अर्पित का बयान दर्ज किया। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में उसने बताया कि कमलेश उसकी ही मदद से स्कूल में पहुंचा और फिर अपने मोबाइल से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर इसे लीक किया। यह भी बताया कि कमलेश परीक्षा में अभ्यर्थी था और उसने एक अन्य केंद्र पर जाकर परीक्षा भी दी। चौंकाने वाली बात यह कि इसके बावजूद परीक्षा में बतौर कक्ष निरीक्षक उसकी ड्यूटी लगी और
बिशप जॉनसन गर्ल्स कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक ने एसटीएफ को दिया बयान
इसका पारिश्रमिक भुगतान भी हुआ।
सवाल यह उठता है कि जब उसने ड्यूटी की ही नहीं तो आखिर कैसे उसके नाम पर भुगतान हुआ। एसटीएफ ने अर्पित के साथ ही कमलेश से भी पूछताछ कर उसका बयान दर्ज किया। सूत्रों के मुताबिक, कमलेश ने यही बताया है कि उसने सौरभ शुक्ला के कहने पर पेपर लीक किया। कक्ष निरीक्षक ड्यूटी के पारिश्रमिक भुगतान के सवाल पर उसने चुप्पी साध ली।
एसटीएफ ने उसके साथ ही अभिषेक शुक्ला, अमित सिंह व डॉ. शरद का भी बयान दर्ज किया। अब इस मामले में जेल में निरुद्ध सभी आरोपियों का बयान दर्ज किया जा चुका है। एसटीएफ की ओर से अब सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में मेरठ जेल में निरुद्ध राजीव नयन मिश्रा का रिमांड बनवाकर उससे पूछताछ की तैयारी है।