दिबियापुर (औरैया)। उप्र के मुख्यमंत्री कार्यालय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष सचिव बताकर शिक्षिका का निलम्बन निरस्त कराने के लिए गोरखनाथ मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के नाम पर 31 हजार रु मांगने पर बार बार कॉल करने से शिक्षिका को कॉल फ्राड लगने के बाद शनिवार को दिबियापुर थाने में आयोजित हुए समाधान दिवस ने डीएम,एसपी को तहरीर देकर कार्यवाही करने की गुहार लगाई।
वही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दिबियापुर थाने में दी तहरीर में सुनीता देवी पत्नी अवधेश दुबे निवासी इंद्रा नगर दिबियापुर ने बताया कि मै उ०प्रा०वि० उसरारी कम्पोसिट में इन्चार्ज प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हुई थी। मुझसे पूर्व में इन्चार्ज प्रधानाध्यापक रहे अरविन्द यादव निवासी बर्रा कानपुर द्वारा लगभग विद्यालय का एक लाख रू० अनैतिक तरीके से विभागीय नियमों के विपरीत गवन कर लिया गया था।
जिसकी शिकायत ग्राम प्रधान उसरारी,खण्ड शिक्षा अधिकारी भाग्यनगर एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप से की थी शिकायतों से तिलमिलाये अरविन्द यादव ने उसरारी ग्राम निवासी सुनील कुमार पुत्र गेंदा लाल एवं उसकी पत्नी सुधा देवी को मेरे खिलाफ उकसाकर योजना वद्ध तरीके से बीते 11 मई को भोजन में कीडे निकलने की बात कहकर विद्यालय में रसोइयों एवं प्रधानाध्यापक के साथ भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए चले गये थे।प्रधानाध्यापक,अन्य अध्यापक व रसोइयों ने पुलिस को सूचना दी गई थी मौके पर पुलिस ने पहुंचकर सुनील कुमार पुत्र गेंदा लाल को पुलिस थाने ले आई एवं धारा 151 में चालान कर दिया व शिकायती पत्र के आधार पर धारा 353, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। कानूनी कार्यवाही से तिलमिलाये सुनील कुमार पुत्र गेंदा लाल व उसकी पत्नी सुधा देवी द्वारा बीते 20 मई को झूठा प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को दिया गया था,जिसमें पुलिस की जांच में सुधा देवी द्वारा लगाए गये आरोप झूठ पाये गये थे।
अब सुधा देवी एवं इनके पति सुनील कुमार द्वारा बदले की भावना एवं धन उगाही की मानसिकता से कोर्ट द्वारा मुकदमा लिखाने का प्रयास किया जा रहा है। पूर्व में सुधा देवी द्वारा ग्राम उसरारी के 8-10 लोंगों एवं पूर्व चौकी प्रभारी प्लास्टिक सिटी दिबियापुर यशवीर सिंह एवं अन्य कान्सटेबल पर फर्जी मुकदमा लिखाकर घन उगाही का प्रयास लगातार विगत कई वर्षों से चल रहा है तदोपरान्त सुधा देवी द्वारा जिलाधिकारी को दिये गये प्रार्थना पत्र दिया गया। उसमें दर्शाया गया कि मेरे द्वारा व डीएलएड प्रशिक्षु अंकित दुबे के द्वारा सुधा देवी व उसके पति के साथ जातिसूचक गालियां एवं जूतों से मारने का झूठा आरोप लगाया गया।
झूठे प्रार्थना पत्र के आधार पर ख०शि०अ० भाग्यनगर एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बिना किसी जांच कराये बिना किसी नोटिस दिये 15 जून को मुझे निलम्बित कर दिया गया। निलम्बन का आदेश अब तक मुझे रिसीव नहीं कराया गया।
निलम्बन के दूसरे दिन मोबाइल नम्बर-6395171042 से करीब 8 से 10 बार फोन कर मुझसे निलम्बन को समाप्त करने के लिए गोरखनाथ मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के लिए रू0 31 हजार की मांग की गई। फोन के माध्यम से बात करने वाले ने अपना परिचय विशेष सचिव मुख्यमंत्री उ०प्र० विवेक तिवारी बताते हुए कान्फन्स पर सुनवाया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी औरैया बात कर रहे है एवं उस व्यक्ति ने बीएसए औरया से कहा कि सुनीता देवी का निलम्बन तत्काल समाप्त करिये। इस बातचीत की रिकार्डिंग एवं व्हाट्स ऐप पर मांगे गये रूपयों का स्कीन शार्ट मेरे पास मौजूद है। इस व्हाट्स एप् नम्बर पर उ०प्र० के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का चित्र लगाकर धन उगाही की जा रही है।
धनउगाही करने के लिए राहुल नाम के व्यक्ति का यू०पी०आई० /मोबाइल नम्बर-9528158332 दिया गया और कहा कि 2 किस्तों में रू० 15 हजार पहले डाल दो एवं 16 हजार रू० निलम्बन निरस्त होने के बाद डालने की बात कही गई। इसके पूर्व एक प्रार्थना पत्र बीते 22 मई को भी प्रेषित कर चुकी हूँ। उन्होंने जिलाधिकारी ,पुलिस अधीक्षक से मांग की कि फोन से की गई रिकार्डिंग व व्हाट्स एप० से लिए गये स्कीन शार्ट की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही करने एवं तथ्यहीन निलम्बन समाप्त कराने एवं उपरोक्त लोगो द्वारा फर्जी मुकदमा कराने के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की मांग की ।