बरेली। मंगलवार को गर्मी की 40 दिन की छुट्टियों के बाद परिषदीय स्कूल खुल गए। बदहाली का आलम यह कि स्कूलों मे पसरी गंदगी की सफाई के लिए कोई सफाईकर्मी नही पहुंचा। ऐसे में शिक्षकों को खुद ही झाडू उठाकर स्कूल की सफाई करनी पड़ी। इस पर शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर की। नगरीय क्षेत्र के स्कूलों मे नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में ग्राम पंचायत की ओर से सफाईकर्मी की तैनाती की गई है। शिक्षकों के अनुसार सफाई कराने के लिए उन्होंने कई बार प्रधानों को भी फोन किया लेकिन सफाई की व्यवस्था नही हो सकी। मजबूरीवश उन्हें खुद ही परिसर में उगी झाड़ियां और घास हटाने के साथ ही कमरों की सफाई भी करनी पड़ी। स्कूलों में 28 जून से शिक्षण कार्य शुरू होगा।
इससे पहले 27 जून तक शिक्षकों को सफाई सहित अन्य जरूरी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए हैं। पहले दिन स्कूलों मे शिक्षक सफाई करने के साथ ही अन्य विभागीय कामों को पूरा करने मे दोपहर तक जुटे रहे। सुबह करीब नौ बजे सुभाषनगर स्थित गन्ना मिल कंपोजिट स्कूल में प्रधानाध्यापक चंद्रकांता माथुर अकेली ही कमरों और फर्श की धुलाई करती दिखाई दी। हजियापुर स्थित प्राथमिक स्कूल में भी करीब 10 बजे प्रधानाध्यापक दुर्गेश बाबू भी अपने स्कूल के परिसर में झाडू लगा कर सफाई करते दिखे। बाकी शिक्षक भी विभागीय काम मे जुटे थे। करीब 10.30 बजे बालजती स्थित कंपोजिट स्कूल में प्रधानाध्यापक भी अपने कक्ष की सफाई करते मिले। यहां पर एक सफाईकर्मी भी स्कूल परिसर में झाडू लगाता मिला। देहात के प्राथमिक विद्यालय चिटौली में इंचार्ज प्रधानाध्यापक संदीप गुप्ता भी स्कूल मे सफाई करते मिले। स्कूल में पहुंचे शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र भी ऑनलाइन डेटा फीडिंग और रजिस्टरों में आंकड़ा भरने मे व्यस्त रहे ।।