Varanasi लंबे ग्रीष्मावकाश के बाद शुक्रवार को बेसिक स्कूल खुल गए। विद्यालय में छात्र-छात्राओं का रोली टीका लगाकर और फूल बरसाकर स्वागत किया गया। बच्चों के बीच चॉकलेट भी वितरित की गई। दो दिवसीय समर कैंप में छात्र छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही खेल खेल में शिक्षा से जुड़ी गतिविधियां कराई गईं। बच्चों को कहीं खीर तो कहीं हलवा दिया गया।
परिषदीय विद्यालयों में लगभग 38 दिनों के बाद रौनक लौटी। बच्चे चहकते हुए स्कूल पहुंचे। पहले दिन समर कैंप की शुरुआत हुई। इसमें बच्चों ने खेल-खेल में शिक्षा के साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता की सीख ली। शनिवार को समर कैंप का समापन होगा। एक जुलाई से विद्यालय रौ में आ जाएंगे। काशी विद्यापीठ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय भिटारी में खंड शिक्षा अधिकारी राम पूजन पटेल ने समर कैंप का शुभारंभ किया। उन्होंने टीका लगाकर बच्चों का स्वागत किया। इस दौरान बच्चों में चॉकलेट वितरित की गई। खंड शिक्षा अधिकारी ने शासन की ओर से निर्धारित समर कैंप की गतिविधियों पर चर्चा करते हुए बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने पास पड़ोस में पौधरोपण करें और घर वालों को भी इसके लिए प्रेरित करें। धरती पर जितने अधिक वृक्ष होंगे उतना ही अच्छा पर्यावरण संतुलन होगा। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय परिसर में तुलसी का पौधा भी लगाया। बच्चों ने पर्यावरण जागरूकता संबंधी चित्र और स्लोगन बनाए और पर्यावरण बचाने की शपथ ली।
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भिटारी प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविंद्र कुमार सिंह ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में विभा यादव, रजनी, मीना यादव, मीनू शुक्ला, निशा सिंह, दीपक गुप्ता, सविता देवी, सविता कुमारी समेत कई अभिभावक भी मौजूद रहे। इसी तरह नगर क्षेत्र के अलावा चिरईगांव, चोलापुर, हरहुआं, सेवापुरी, आराजी लाइन आदि ब्लॉकों के विद्यालयों में भी समर कैंप का आयोजन किया गया।