संस्कृत विद्यालयों में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक योग भी वैकल्पिक विषय होगा। इसकी मान्यता के लिए माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद स्कूलों से कोई अतिरिक्त फीस भी नहीं लेगा। मंगलवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में हुई माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की पाठ्यक्रम समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
यहां यह उल्लेखनीय है कि परिषद पहले भी नौवीं से लेकर बारहवीं तक बोर्ड परीक्षाएं करवाता था। पिछले साल नौवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं खत्म कर दी गई थीं। इससे छात्र संख्या काफी घट गई थी। इस बार नौवीं की बोर्ड परीक्षाएं फिर से करवाने का प्रस्ताव पाठ्यक्रम समिति में लाया गया। इस पर समिति ने अपनी सहमति दे दी है। बोर्ड में अभी तक यह नियम था कि जिसने हाईस्कूल में संस्कृत विषय नहीं पढ़ा, वह ग्यारहवीं में संस्कृत विद्यालयों में दाखिला नहीं ले सकता। समिति ने इस बाध्यता का खत्म कर दिया है। अब वे भी 11 वीं में दाखिला ले सकेंगे जिन्होंने हाईस्कूल में संस्कृत नहीं पढ़ी। बैठक में चार नये डिप्लोमा के पाठ्यक्रम को भी मंजूरी दे दी गई। इसके तहत नये साल से पौरोहित्यम् कर्मकांड, व्यावहारिक वास्तु शास्त्रत्त्, व्यावहारिक ज्योतिष और योग विज्ञान का नया डिप्लोमा कोर्स भी चलाया जायेगा।