श्रावस्ती। जिले में राजकीय विद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। सृजित पदों के सापेक्ष आधे से भी कम शिक्षकों की तैनाती होने से छात्रों को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रही है। कई पत्राचार के बाद भी ध्यान न देने से समस्या दूर नहीं हो पा रही है।
छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए जिले में 28 राजकीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। इसमें 12 बालिका व 11 राजकीय बालक हाईस्कूल शामिल हैं। साथ ही तीन बालिका व दो राजकीय बालक इंटर कॉलेज भी संचालित है।
लेकिन इन विद्यालयों में अध्यापकों की कमी से विद्यार्थियों को सभी विषयों के अध्यापक नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में जिन विषयों के अध्यापक नहीं हैं उन विषयों की थोड़ी जानकारी रखने वाले शिक्षकों से ही शिक्षण कार्य कराया जा रहा है। इतना ही नहीं नवीन राजकीय बालक इंटर कॉलेज इकौना में अभी तक शिक्षकों का पद ही सृजित नहीं हुआ है।
यह है अध्यापकों की तैनाती की स्थिति
राजकीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक पुरुष के 84 सृजित पदों के सापेक्ष 44 की तैनाती है, जबकि 40 पद रिक्त हैं। महिला सहायक अध्यापक के सृजित 101 पदों के सापेक्ष 56 की ही तैनाती है, जबकि 45 पद रिक्त हैं। इसी तरह से पुरुष प्रवक्ता के 10 पद सृजित हैं। इसमें मात्र पांच पदों पर ही तैनाती है, जबकि पांच पद रिक्त हैं। यही हाल महिला प्रवक्ता का भी है। जिनके सृजित 30 पदों पर मात्र 24 की ही तैनाती है, जबकि छह पद रिक्त हैं।
राजकीय विद्यालयों में रिक्त पदों पर शिक्षकों की तैनाती के लिए उच्चाधिकारियों को कई बार पत्राचार किया जा चुका है। उम्मीद है जल्द ही शिक्षकों की तैनाती हो जाएगी। मिथलेश कुमार, डीआईओएस