प्रतापगढ़। परिषदीय विद्यालयों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर बाल वाटिका की स्थापना कर प्री प्राइमरी (कक्षा एक से पहले) की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। नामांकित बच्चों को खेल-खेल में पठन-पाठन कराया जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से अभ्यास पुस्तिकाएं केंद्रों को उपलब्ध कराई जाएंगी। जिले के परिषदीय विद्यालय में कुल 883 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। वर्तमान शैक्षिक सत्र 2024-25 से केंद्रों पर प्री प्राइमरी यानी नर्सरी, एलकेजी व यूकेजी जैसी कक्षाएं संचालित की जाएंगी। प्रारंभिक पढ़ाई पूरी करके बच्चे परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक में प्रवेश लेंगे। वहीं ग्रीष्मावकाश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि वह पढ़ाई में बच्चों की बुनियाद मजबूत कर सकें।
पढ़ाई के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से चहक, परिकलन, कलांकुर एवं एनबीटी की अभ्यास पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पिछले वर्ष आंगनबाड़ी केंद्रों में लर्निंग कार्नर भी विकसित किया गया था।
इसके प्रयोग से प्राथमिक कक्षाओं में नामांकन से पहले बच्चों का अधिगम स्तर बेहतर तरीके से विकसित हो रहा है। संवाद
पहली बार मिलेगी पुस्तिका
डीपीओ ज्योति त्रिवेदी ने बताया कि पहली बार आंगनबाड़ी केंद्रों पर
नौनिहालों को पाठ्य पुस्तकें पढ़ने के लिए मिलेगा। इन पाठ्य पुस्तकों पर
अभ्यास कार्य भी रहेगा। कक्षा में पठन पाठन पूरा होने के बाद उनको अभ्यास पुस्तिका पर गृह कार्य भी दिया जाएगा। कक्षा एक में प्रवेश से पहले प्री प्राइमरी में पढ़ाई करने वाले बच्चों की बुनियादी
शिक्षा पर पकड़ मजबूत हो सकेगी। जिससे वह आगे की कक्षाओं में बेहतर उन्नति कर सकेंगे।