देश में समय से दो दिन पहले दस्तक देने के बाद मानसून की रफ्तार इस बार तेज है। पूर्वोत्तर के इलाकों को मानसून दस जून तक कवर करता था, लेकिन इस बार तीन जून को ही मानसून वहां छा गया है। इसके बाद यह उम्मीद की जा रही है कि मानसून बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा झारखंड एवं पश्चिम बंगाल में समय से पूर्व दस्तक दे सकता है। इन इलाकों में मानसून आमतौर पर 10-15 जून तक प्रवेश करता है।
मौसम विभाग ने कहा कि सोमवार को मानसून ने मध्य अरब सागर, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कई हिस्सों तथा समूचे पूर्वोत्तर राज्यों को कवर कर लिया है। 4-5 दिनों के दौरान कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों तथा छत्तीसगढ़ में मानसूनी बारिश होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में तेज हवाएं और बारिश की संभावनवा है। मौसम विभाग के मुताबिक, पांच से सात जून के बीच पश्चिमी विक्षोभ बनने की संभावना है। इस वजह से उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर वर्षा, आंधी चलने की संभावना है। यह स्थिति यूपी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में होने की संभावना है