अमृत विचारः एक प्रवक्ता ने विश्वविद्यालय की परीक्षा में दर्जनों अनुपस्थित छात्रों को उपस्थित दर्शा दिया। इतना ही नहीं फर्जी हस्ताक्षर कर अनुपस्थित छात्रों के नंबर भी पोर्टल पर अपलोड कर दिए। इसकी जानकारी लगने पर प्राचार्य ने पत्र भेजकर कुलपति से शिकायत की है। जिसमें परीक्षा रद्द कराने की मांग की। कुलपति ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है।
बंडा रोड पर स्थित गन्ना कृषक महाविद्यालय में पांच जून को चतुर्थ सेमेस्टर हिंदी साहित्य विषय की परीक्षा सम्पन्न हुई थी। कॉलेज की प्रवक्ता सहित दो परीक्षकों की मौजूदगी में परीक्षा कराई गई। परीक्षा के लिए 296 छात्र छात्राएं पंजीकृत थे। परीक्षा के दौरान कॉलेज में आधे से कुछ अधिक छात्र-छात्राएं
• बिना परीक्षा के पोर्टल पर प्राप्तांक भी कर दिए गए अपलोड प्राचार्य ने पता चलने पर फर्जीवाड़े की कुलपति से की शिकायत
ही पहुंचे। इस दौरान प्राचार्य डा. सुधीर कुमार शर्मा ने परीक्षा का निरीक्षण किया और परीक्षकों से पारदर्शिता बरतते हुए परीक्षा कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो छात्र-छात्राएं परीक्षा में नहीं आए हैं। उन्हें अनुपस्थित दर्शाया जाए। आरोप है कि इसके बावजूद प्राचार्य के जाने के बाद प्रवक्ता ने फर्जी हस्ताक्षर कर उन छात्रों को भी उपस्थित दर्शा दिया। जो कि कॉलेज में परीक्षा देने के लिए पहुंचे ही नहीं थे। प्रवक्ता ने 271 छात्र-छात्राओं को परीक्षा में उपस्थित होना दर्शाया जबकि छात्र कम पहुंचे थे। यही नहीं अनुपस्थित छात्रों को उपस्थिति दिखाने के साथ ही प्राप्तांक नंबर भी
वेबसाइट पर अपलोड कर दिए। प्रवक्ता ने फर्जीवाड़ा कर कॉलेज न पहुंचने वाले छात्रों को भी परीक्षा में उपस्थित दिखाकर उनका नंबर दे दिए जो कि शासन और विश्वविद्यालय के नियमों के विरुद्ध है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सुधीर कुमार शर्मा ने रोहिलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र भेज कर मामले से अवगत कराते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की। इसके साथ उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है। प्राचार्य ने बताया कि उनके पास इस कृत्य से संबंधित वीडियो और फोटोग्राफ भी मौजूद है। जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि छात्रों की संख्या दर्शाई गई संख्या अनुसार काफी कम है। कुलपति ने जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी गठित की है। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक को भी पत्र भेजकर परीक्षा रद्द कराने की मांग की गई है।