आरओ-एआरओ पेपर लीक में नकल माफियाओं की सूची बढ़ती जा रही है। मेरठ जेल में बंद मेजा के इंजीनियर राजीव नयन मिश्र ने एसटीएफ की पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। उसने बताया था कि भोपाल के सुभाष मिश्र से उसे आरओ-एआरओ का पेपर 10 फरवरी को मिल गया था। इसके अलावा उसने कई नामों का खुलासा किया जिसे उसने अहमदाबाद से आरओ-एआरओ का पेपर बेचा था।
इनमें लखनऊ के डॉ. शरद सिंह पटेल के अलावा दूसरा बड़ा नाम नोएडा के रवि अत्री का है। डॉक्टर शरद पहले से जेल में बंद है। वहीं रवि अत्री सिपाही भर्ती पेपर लीक में जेल में बंद है। राजीव नयन ने अत्री को भी व्हाट्सएप पर पेपर भेजा था। रवि ने सिपाही भर्ती के साथ आरओ-एआरओ का पेपर भी बेचा था। एनसीआर में उसका सौदा हुआ। अब एसटीएफ रवि अत्री को भी अपने केस में आरोपित करेगी। जेल में उसका बी वारंट बनवाकर बयान दर्ज करेगी। फिलहाल एसटीएफ पहले से गिरफ्तार आरोपियों का जेल में बयान दर्ज करने के बाद उसके बयानों का मिलान कर रही है। केस के सुपरविजन अधिकारी सीओ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि पेपर लीक में सुभाष प्रकाश फरार है। वह परीक्षा देने के लिए वाराणसी आया था। इसके बाद से उसका पता नहीं चला। बिहार, मध्य प्रदेश से लेकर यूपी के प्रमुख जगहों पर उसकी तलाश में छापामारी की जा रही है।