यूपी में प्रचंड लू ने शुक्रवार को 24 और लोगों की जान ले ली। 15 व 16 जून को पूरे प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर प्रचंड लू व तपन का प्रकोप जारी रहने और रात भी गरम रहने का अनुमान है। उधर, बंगाल की खाड़ी में मची ताजा हलचल से अब उत्तर प्रदेश में समय से मानसून के आने के आसार बनने लगे हैं।
बीते 24 घंटे में लू से कानपुर मंडल में एक आरपीएफ जवान समेत सात लोगों की मौत हो गई। इनमें कानपुर देहात में तीन और कानपुर में चार मौतें शामिल हैं। इसके अलावा बांदा में भी एक की लू से जान गई है। गोरखपुर में एम्स क्षेत्र के सोनबरसा में लू लगने से एक ऑटो चालक की मौत हो गई। कुशीनगर में काम कर लौटे किसान की रास्ते में आराम करते वक्त मौत हो गई। कुशीनगर में ही गर्मी में गश खाकर गिरे मजदूर ने भी दम तोड़ दिया। पूर्वांचल में भीषण गर्मी के चलते 11 लोगों की मौत हो गई। इनमें मिर्जापुर में छह, गाजीपुर में चार और बलिया में एक की जान गई है। प्रयागराज में भी दो लोगों की मौत होने की सूचना है।
उधर,भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार, दक्षिणी-पश्चिमी मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा अगले चार से पांच दिनों में पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार तक पहुंच सकता है। इसके बाद बिहार के रास्ते गोरखपुर या वाराणसी से मानसून उत्तर प्रदेश में दाखिल होगा। 19-20 जून से प्रदेश में मानसून से पहले की बारिश का सिलसिला भी शुरू होने का अनुमान जताया गया है। इससे पहले 17-18 जून को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनेक स्थानों तथा पूर्वी यूपी मेंलू चलने और कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की उम्मीद है।
प्रदेश में बिजली की खपत में बेतहाशा वृद्धि से केबिल, ट्रांसफार्मर, फीडर तक ओवरलोड हो रहे हैं। फाल्ट के कारण सबको 24 घंटे बिजली देने का निर्देश बेअसर दिख रहा है। बिजली की आवाजाही से लोग परेशान हैं।
प्रयागराज में गर्म रात का 127 साल का रिकार्ड टूटा
प्रयागराज में गरम रात का 127 साल का रिकार्ड टूट गया है। शुक्रवार को यहां रात का तापमान 34.3 डिग्री रहा, यह पिछले 127 साल में सर्वाधिक है। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार प्रयागराज में 1898 में जून में इतनी गरम रात पड़ी थी। प्रदेश में सबसे गरम स्थान प्रयागराज व कानपुर रहे, जहां दिन का तापमान क्रमश 46.9 और 46.7 डिग्री रहा।