लखनऊ, । शिक्षिका के प्लाट पर एक सिपाही ने अधिवक्ताओं की मदद से कब्जा कर लिया। पीड़ित ने महानगर कोतवाली में शिकायत की। आरोप है कि दरोगा ने महिला और उसके पति को गलत ठहरा दिया। इस पर शिक्षिका के पति ने जेसीपी कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल को घटना की जानकारी दी। उनके निर्देश पर महानगर कोतवाली में सिपाही समेत 11 पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
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रहीमनगर निवासी प्रीति चौधरी अयोध्या में शिक्षिका हैं। पति अर्जुन चौधरी के मुताबिक रहीमनगर में एक प्लॉट खरीदा था। उस पर बाउंड्री कराने के साथ पानी का कनेक्शन लिया था। परिवार अयोध्या में रहता है, जिसके चलते प्लाट पर कभी-कभी आना होता है। इसका फायदा उठाते हुए बाराबंकी देवा निवासी सिपाही उमेश सिंह ने जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया। यह जानकारी मिलने पर प्लॉट पर निर्माण शुरू करा दिया। तभी उमेश सिंह अधिवक्ता की ड्रेस पहने कुछ लोगों के साथ आ धमका। चिनहट कोतवाली में तैनात होने की बात कहते हुए प्लाट पर हक जताया। निर्माण नहीं रोकने पर साथ में आए एक व्यक्ति के जरिए एससी-एसटी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
जमीन के फर्जी कागज बनवाए
अर्जुन के मुताबिक उमेश सिंह ने उनकी जमीन के फर्जी कागज भी तैयार करा रखे हैं। उन्होंने महानगर थाने में शिकायत की तो रहीमनगर चौकी इंचार्ज ने जांच के बाद उमेश की रजिस्ट्री को सही ठहरा दिया। इस अर्जुन ने जेसीपी कानून एवं व्यवस्था से मिल कर शिकायत की। इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश मिश्र ने बताया कि सिपाही उमेश सिंह, उसके साथी सुधीर तिवारी, विनोद तिवारी, जाकिर मोहम्मद इकराम, एएस पांडेय, अमित गुप्ता, रियासत, माया राम, हरीकेश, अनिल कुमार और एसके द्विवेदी पर मुकदमा दर्ज किया गया है।