प्रयागराज, । यूजीसी नेट में भी सॉल्वर गैंग सक्रिय रहा। पुलिस की सक्रियता से मंगलवार को एक सहायक अध्यापक दूसरे की जगह परीक्षा देने से पहले ही पकड़ लिया गया। करेली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि भदोही जिले के आलोक कुमार की करेली स्थित ठाकुर हर नारायण डिग्री कॉलेज, करेलाबाग में परीक्षा थी।
उसकी जगह मिर्जापुर निवासी सहायक अध्यापक उमाकांत बिंद परीक्षा देने पहुंचा था। कॉलेज में परीक्षा से पूर्व ही बॉयोमिट्रिक जांच हो रही थी। हर अभ्यर्थी के फिंगर प्रिंट के मिलान के बाद ही अंदर भेजा जा रहा था। इसी जांच में उमाकांत फंस गया। उसका फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं हुआ। शक होने पर फोटो की मिलान की गई। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह आलोक की जगह परीक्षा देने आया था। कॉलेज की ओर करेली थाने में अभ्यर्थी और सॉल्वर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने पूछताछ की तो उमाकांत ने बताया कि उसके साथी धनराज ने परीक्षा के लिए डील कराई थी। 20 हजार रुपये में सौदा हुआ था। पांच हजार रुपये एडवांस लेकर वह परीक्षा देने पहुंचा था। पुलिस कॉल डिटेल की मदद से तफ्तीश कर रही है।
प्रयागराज के अभ्यर्थी की जगह दे रहा था परीक्षा, बंदी
गोरखपुर। यूजीसी-नेट की परीक्षा मंगलवार को शहर के 14 केंद्रों पर संपन्न हुई। कोतवाली थाना क्षेत्र के सरस्वती शिशु मंदिर, पक्कीबाग केंद्र पर दूसरे की जगह परीक्षा दे रहा एक युवक पकड़ा गया है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एनटीए के सिटी कोआर्डिनेटेर सलिल के. श्रीवास्तव ने बताया कि सरस्वती शिशु मंदिर केंद्र पर दूसरी पाली में एक अभ्यर्थी के मामले को छोड़कर कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली। दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बताते हैं कि प्रयागराज के अभ्यर्थी के नाम पर वह परीक्षा दे रहा था। उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। देर रात समाचार लिखे जाने तक पुलिस को तहरीर नहीं मिली थी।
नेट की परीक्षा में गोरखपुर में कुल 14,150 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, इनमें से 12076 अभ्यर्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा दो पालियों सुबह 930 से 1230 और अपराह्न 3 से 6 बजे तक आयोजित थी। पहली पाली में पंजीकृत 6813 में से 5818 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दूसरी पाली में 7337 पंजीकृत में से 6258 अभ्यर्भी शामिल हुए। इस तरह 85.34 प्रतिशत अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हुए