प्रयागराज, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस-जे-2022 मुख्य परीक्षा में कॉपी बदलने के मामले में अब तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। इस पूरे मामले में आयोग का मानना है कि मानवीय भूल से ऐसा हुआ है, इससे न तो किसी प्रकार की गोपनीयता भंग हुई है और न ही कोई आपराधिक कदाचार हुआ है। यह काम तीन ऐसी अनुभवी महिलाओं के जिम्मे था, जो लंबे समय से यही काम कर रही हैं।
आयोग ने इस मामले में तीन जिम्मेदार लोगों को निलंबित करते हुए एक उप सचिव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की है जबकि एक सेवानिवृत्त सहायक समीक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।
आयोग की ओर से गठित जांच समिति ने जांच में पाया कि पीसीएस जे मुख्य परीक्षा में केवल अंग्रेजी भाषा के प्रश्नपत्र के एक बंडल की अंकतालिका के एक पृष्ठ (जिस पर संबंधित विषय के 25 अभ्यर्थियों के अंकों का विवरण होता है) पर चस्पा किये जाने वाले अभ्यर्थीवार कोड (मास्टर फेक) मानवीय भूल के कारण उसी अंकतालिका के दूसरे पृष्ठ (जिस पर संबंधित विषय के 25 अभ्यर्थियों के अंकों का विवरण होता है) पर चस्पा हो गया।
हित में होगा फैसला
लोक सेवा आयोग पारदर्शिता के लिए इस परीक्षा में शामिल सभी परीक्षार्थियों को उनकी उत्तर पुस्तिकाएं दिखा रहा है। यह इसलिए काबिले गौर है कि उत्तर पुस्तिकाएं दिखाने की व्यवस्था संघ लोक सेवा आयोग में भी नहीं है। उत्तर पुस्तिकाएं दिखाने का काम तीस जुलाई तक पूरा हो जाएगा, इसके बाद आयोग परीक्षार्थियों के हित में फैसला लेगा।