लखीमपुर खीरी। मऊ जिले के मितानपुर सूरजपुर के रहने वाले 50 साल के शिक्षक ने लखीमपुर शहर के बीचोंबीच रेलवे क्रॉसिंग के पास पटरी पर लेटकर आत्महत्या कर ली। करीब 11 बजे गोमती एक्सप्रेस से शिक्षक की गर्दन धड़ से अलग हो गई। ट्रेन गुजरने के बाद धड़ से अलग शव देखकर लोगों की रुह कांप गई और मौके पर भीड़ जुट गई।
कोतवाली और जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक की पैंट की जेब से मिले ड्राइविंग लाइसेंस से उसकी शिनाख्त हुई। दस्तावेजों के आधार पर युवक की शिनाख्त हरिकेश 50 पुत्र काली चरण निवासी मितानपुर सूरजपुर, मऊ के रूप में हुई। तलाशी के दौरान उसके पास से मऊ से लखीमपुर तक का टिकट भी बरामद हुआ। जीआरपी ने परिजनों को सूचना दी।
जीआरपी एसओ रामसहाय सिंह ने बताया कि मृतक की जेब से एक पुराना टिकट मिला है जो कि मऊ से लेकर लखनऊ तक का है। मृतक शिक्षक बताया जा रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वह लखीमपुर कब आया, किस काम से आया, ऐसे तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब मिलना शेष हैं। जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है। सूचना मिलने पर शाम को हरिकेश के परिवार के लोग लखीमपुर पहुंच गए।
हरिकेश की जेब से बरामद हुआ फोन, मिले 850 रुपये
लखीमपुर। रेलवे पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के उपनिरीक्षक शिवम कुमार यादव, सिपाही योगेश कुमार प्लेटफार्म पर निगरानी कर रहे थे कि उन्हें घटना के बाबत सूचना मिली। मौके पर पहुंचने पर व्यक्ति की तलाशी ली गई तो पैंट की जेब से मोबाइल बरामद हुआ। दूसरी जेब से 850 रुपये मिले। बस का टिकट भी मिला। हरिकेश ने मड़ियावां से सीतापुर बस से सफर किया। वह किसी अन्य वाहन से लखीमपुर आए होंगे। उने पास से एक रेल टिकट 15 जुलाई का मिला, जोकि लखनऊ से बनारस का था। 17 जुलाई को बनारस से लखनऊ का सफर किया, इसका भी टिकट बरामद हुआ है।