लगातार चौथे दिन भी बांह में काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने जताया विरोध। परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल उपस्थिति लागू करने से पूर्व शिक्षकों की बुनियादी समस्याओं का करना होगा निदान।
मेजा। गुरूवार को लगातार चौथे दिन भी क्षेत्र के परिषदीय शिक्षकों ने बांह में काली पट्टी बांधकर डिजिटल हाजिरी को लेकर विरोध जताया। शिक्षकों ने कहा कि वे समय से स्कूल जायेंगे और पूरे मनोयोग से बच्चों को पढ़ायेंगे। लेकिन शिक्षण कार्य करते हुये भी डिजिटल हाजिरी के खिलाफ उनका सांकेतिक विरोध चलता रहेगा। इस बारे में उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ उरुवा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि डिजिटल उपस्थिति के
सम्बन्ध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा निर्गत आदेश में परिवर्तन होने तक शिक्षकों का संघर्ष जारी रहेगा। जबतक शिक्षकों की बुनियादी समस्याओं का निदान नहीं किया जाता, इस प्रकार के जारी फरमान को माननेवाले नहीं है। शिक्षक नेता ने श्री मिश्र ने योगी सरकार से माँग की है कि पहले राज्य कर्मियों की भाँति परिषदीय शिक्षकों को भी ईएल, सीएल, चिकित्सा सुविधा आदि की व्यवस्था दी जाये, फिर डिजिटल हाजिरी की बात की जाये। बता दें कि अबतक शिक्षक संघों द्वारा बनायी गयी रणनीति के अनुसार शिक्षक 14 जुलाई 2024 तक बांह में काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करेंगे। उसके पूर्व यदि शासन स्तर पर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो संघ द्वारा 15 जुलाई 2024 को जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जायेगा।