उन्नाव। उच्चीकृत कस्तूरबा विद्यालयों में फर्नीचर आदि की खरीद पर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा की गई खरीद प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। टेंडर आवंटन में ललितपुर जनपद की ही तीन फर्मों के चयन पर गड़बड़ी का संदेह होने पर सीडीओ ने दो सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी है। टीम को ललितपुर जाकर जांच के आदेश दिए गए हैं।
जनपद में वर्तमान समय में 13 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। इनमें से असोहा, बांगरमऊ, फतेहपुर चौरासी, हिलौली, मियागंज, पुरवा, सफीपुर, सिकंदरपुर सरोसी समेत नौ को उच्चीकृत किया गया है। इन विद्यालयों में लगभग दो करोड़ के बजट से फर्नीचर आदि की खरीद की जानी है। जेम पोर्टल के माध्यम से टेंडर निकाले गए। टेंडर जांच में पता चला कि जिन्होंने अपना आवेदन किया है वह तीनों फर्म ललितपुर की हैं। जब फाइल डीएम गौरांग राठी के पास पहुंची तो एक ही जिले की तीनों फर्म होने पर उनका माथा ठनका और उन्होंने सीडीओ को जांच के आदेश दिए।
सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि फिलहाल खरीद प्रक्रिया रोक दी गई है। एक ही जनपद की फर्म की जांच के लिए दो अधिकारियों की टीम गठित कर दी। टीम में पीडी डीआरडीए व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को शामिल किया गया है। बताया कि टीम को ललितपुर जाकर संबंधित फर्मों की सामान्य ख्याति, अब तक फर्मों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सामग्री की गुणवत्ता व फर्मों का बाजाा ढांचा जानने के निर्देश दिए गए हैं। (