ज्ञानपुर। परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति, पठन पाठन को बेहतर करने के लिए शिक्षा विभाग के अफसरों एवं टास्कफोर्स टीम ने दो दिवसीय जांच अभियान चलाया।
पहले दिन शुक्रवार को 55 और दूसरे दिन शनिवार को 27 विद्यालयों का निरीक्षण किया। जिसमें सात शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। सभी का एक दिन का वेतन रोका गया। गोपीपुर में एमडीएम की गुणवत्ता सही न मिलने पर हेडमास्टर को नोटिस जारी किया गया। परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल हाजिरी की व्यवस्था शुरू हुए चार दिन
बीत गए। स्कूल महानिदेशक के निर्देश
पर शुक्रवार और शनिवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह, सभी छह खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक एवं टास्क फोर्स के अधिकारियों ने 82 विद्यालयों की जांच किया। जिसमें स्कूलों में पठन-पाठन, बच्चों, शिक्षकों की उपस्थिति संग अध्यापकों को उपलब्ध कराए गए टैबलेट के डिजिटलाइजेशन की जांच की गई।
बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय गिरधरपुर, प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक
विद्यालय गोपपुर, प्राथमिक विद्यालय घनश्यामपुर को देखा। बच्चों की उपस्थिति कम मिलने पर नाराजगी जताई। विद्यालय की सफाई करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण में सात अध्यापक, शिक्षामित्र एवं अनुदेशक अनुपस्थित पाए गए, जिनका एक दिन का वेतन रोका गया। प्राथमिक विद्यालय गोपपुर में एमडीएम में बनी तहरी की गुणवत्ता सही नहीं मिली। प्रधानाध्यापक को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी दी गई। बीएसए ने कहा कि सभी शिक्षक प्रतिदिन विद्यालय समय से पहुंचे। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।