एक बार एप डाउनलोड करने के बाद नेट की जरूरत नहीं, एप पर हाजिरी नहीं बनानेवाले शिक्षकों को माना जाएगा अनुपस्थित
गोपालगंज, सरकारी स्कूलों की सतत निगरानी को लेकर शिक्षा विभाग बिहार सरकार ने शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी लेने का नियम शुरू किया है। जिसमें प्राथमिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तक के शिक्षकों को प्रतिदिन ई-शिक्षाकोष एप पर ऑनलाइन हाजिरी दर्ज व नेटवर्क आदि की समस्या की बात शिकायत हर दिन शिक्षक कर रहे हैं।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दावा किया है कि एक बार ई- शिक्षाकोष एप मोबाइल पर डाउनलोड होने के बाद इसपर उपस्थिति दर्ज करने के लिए इंटरनेट की आवश्कता नहीं है। बिना इंटरनेट के भी शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं। इसलिए जिले के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक अपने विद्यालय के शिक्षकों का ई-शिक्षाकोष एप पर
अनिवार्य रूप से उपस्थिति बनवाना सुनिश्चित करेंगे।
वहीं, 28 जून को वीडियो कांफ्रेंसिंग में विभागीय निर्देश दिया गया है कि एक जुलाई से जिन स्कूलों के शिक्षकों द्वारा ई- शिक्षाकोष एप पर उपस्थिति दर्ज नहीं की जाती है, उस विद्यालय के शिक्षकों को अनुपस्थित मानते हुए वेतन भुगतान में कटौती की जाएगी।
50 प्रतिशत से कम बन रही हाजिरी
ई-शिक्षा कोष एप पर बीते 25 जून से ऑनलाइन हाजिरी बन रही है। लेकिन, अभी तक प्रतिदिन औसतन 50 प्रतिशत से भी कम शिक्षकों की हाजिरी बन रही है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार गोपालगंज जिले में कुल 1924 सरकारी स्कूल संचालित हैं। जिसमें कुल 12 हजार 203 शिक्षक कार्यरत हैं। इसमें से करीब 5400 शिक्षक ही ऑनलाइन हाजिरी बना पाए हैं। जबकि, करीब 6800 शिक्षक ऑनलान हाजिरी नहीं बना सके। यह रिपोर्ट 28 जून की है। जिसमें जिले के करीब 44 प्रतिशत शिक्षक ही दिन ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करा सके। जबकि, करीब 56 प्रतिशत ऑनलाइन हाजिरी नहीं बना सके।
बरौली, विजयीपुर और बैकुंठपुर का प्रदर्शन खराब
जिले में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में बरौली का प्रदर्शन सबसे ज्यादा खराब है। यहां के 43 स्कूलों में एक भी शिक्षकों ने अपनी हाजिरी ऑनलाइन नहीं बनायी है। विजयीपुर व बैकुंठपुर का भी प्रदर्शन खराब है। विजयीपुर के 42 स्कूलों लों के शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाई है। बैकुंठपुर के 35 स्कूलों के शिक्षकों ने ई शिक्षा कोष पर अपनी उपस्थिति नहीं दर्ज की है। इसी तरह कटेया के 14, भोरे के 30, पंचदेवरी के 8, कुचायकोट के 28, फुलवरिया के 29, हथुआ के 30, उचकागांव के 6. थावे के 10 स्कूलों के एक भी शिक्षकों ने अपनी हाजिरी ऑनलाइन नहीं बनाई है। गोपालगंज के 24, मांझा के 31, सिधवलिया के 4 स्कूलों के एक भी शिक्षकों ने ऑनलाइन अपनी हाजिरी नहीं बनाई है।
329 स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति नहीं
जिले में ई-शिक्षाकोष एप पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के प्रति एचएम और शिक्षक गंभीर नहीं है। इसका परिणाम है कि यहां के 329 स्कूलों के एक भी शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति ऑनलाइन नहीं दर्ज की है। जिससे नाराज विभाग ने इन सभी स्कूलों के एचएम और शिक्षकों पर कार्रवाई करने के
निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार जिले के जिन स्कूलों के एक भी शिक्षकों ने ऑनलाइन अपनी उपस्थिति नहीं दर्ज की है वहां के एचएम के वेतन पर तत्काल रोक लगा दी गई है। अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर एचएम के वेतन पर रोक लगाते हुए स्पष्टीकरण भी पूछा गया है