उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में टीईटी प्राथमिक स्तर के फर्जी अंक पत्र के सहारे परिषदीय स्कूल में नौकरी कर रही सहायक अध्यापिका सहित तीन शिक्षिकाओं को बर्खास्त कर दिया है। इनमें से दो विभागीय अधिकारियों को बिना सूचना दिए पिछले 10 माह से गैरहाजिर चल रही थीं। बीएसए ने फर्जी शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही वेतन रिकवरी के आदेश दिए हैं।
फिरोजाबाद ब्लाक के प्राथमिक स्कूल आनंदीपुर करकौली में मीना देवी सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात थी। एक शिकायतकर्ता ने बीएसए से शिकायत की कि मीना देवी का टीईटी प्राथमिक स्तर का अंक पत्र फर्जी है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र से सत्यापन कराया गया तो मामला सही पाया गया। सत्यापन रिपोर्ट आने की जानकारी शिक्षिका को लगी। वैसे ही स्कूल आना बंद कर दिया। शिक्षिका का पक्ष जानने के लिए बीएसए ने तीन बार नोटिस भेजकर शिक्षिका को बुलाया। लेकिन, वह एक भी बार उपस्थित नहीं हुईं।
वहीं, एका ब्लाक के एबीएसए श्रीकांत पटेल ने बीएसए को रिपोर्ट दी थी, कि प्राथमिक स्कूल सराय मटियारी की प्रधानाध्यापिका ममता कुमारी और प्राथमिक स्कूल मधीपुर की सहायक अध्यापिका श्वेता बंसल पिछले 10 माह से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित चल रही हैं। बीएसए आशीष कुमार पांडेय ने बताया कि तीनों शिक्षिकाओं को बर्खास्त कर दिया है। फिरोजाबाद ब्लॉक के एबीएसए ओमप्रकाश अकेला को फर्जी सहायक अध्यापिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और वित्त एवं लेखाधिकारी को वेतन के रूप में आहरित की गई धनराशि की वसूली करने के निर्देश दिए हैं।