नवनियुक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने अपने कृषि उत्पादन आयुक्त कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब उत्तर प्रदेश में कोई पेपर लीक नहीं होगा। मुख्यमंत्री इस बात को लेकर चिंतित हैं। इसीलिए इसे रोकने के लिए नए कानून बनाए गए हैं। अब यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि बहुत ही निष्पक्ष तरीके से, पारदर्शी तरीके से, बहुत ही अच्छे तरीके से किसी भी परीक्षा का संपन्न कराया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि मेरी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता की भलाई उसके उन्नयन में काम करना और तेजी गति से काम करना है। उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में बेहतर सामंजस्य है। बतौर आईडीसी मेरा अनुभव है जितने भी उद्योगपतियों से मुलाकात होती है वो सबसे पहले बेहतर कानून-व्यवस्था की तारीफ करते हैं। अच्छी कानून-व्यवस्था बेहतर कोऑर्डिनेशन का ही नतीजा है।उन्होंने कहा कि 2019 का कुंभ अपनी दिव्यता और भव्यता के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने इस कुंभ में भाग लिया। उम्मीद है कि 2025 का कुंभ पिछले कुंभ से बेहतर होगा। हमारा प्रयास होगा कि आने वाले लोगों को एक अच्छा माहौल और एक अच्छी अवस्थापना कुंभ में मिल सके।
आईजीआरएस सिस्टम पर उन्होंने कहा कि यह एक अनूठा और अच्छा फार्मूला है। पूरे प्रदेश में जो अलग-अलग विभाग है, उनकी कार्य प्रणाली पर आईजीआरएस से सीधा पकड़ रख सकते हैं।
देवेश चतुर्वेदी को मिला एपीसी का चार्ज
मनोज कुमार सिंह के मुख्य सचिव बनने के बाद उनके पास रहे कुछ विभागों की जिम्मेदारियां अन्य अधिकारियों में बांटी गई है। डा. देवेश चतुर्वेदी को अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक, कृषि, कृषि शिक्षा के साथ कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। नरेंद्र भूषण को प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से पंचायती राज विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। उनके पास ऊर्जा विभाग का अतिरिक्त प्रभार है। पंधारी यादव को प्रमुख सचिव वाह्य सहायतित परियोजना एवं वित्त विभाग से प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी बनाया गया है। अनुराग यादव को सचिव कृषि के पद पर तैनाती की दी गई।
अपनी जिम्मेदारियों को समर्पण से पूरा किया मिश्र
लखनऊ। मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा है कि 40 साल की प्रशासनिक सेवा के सदस्य के रूप में उन्होंने विभिन्न जिम्मेदारियों को पूरे मनोयोग व समर्पण से पूरा किया। अपनी इस यात्रा में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष तौर पर याद करते हुए आभार जताया। रविवार शाम को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, मेरी इस यात्रा में अपनी सेवा तथा राज्य व केंद्र स्तर की भिन्न-भिन्न सेवाओं के लोक सेवकों का बहुत ही बेहतरीन सहयोग, जनता का भरपूर भरोसा मिला।
योगी के भरोसेमंद अफसरों में शुमार हैं मनोज सिंह
वर्तमान में प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त और अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त जैसे नीतिगत विषयों से जुड़े दो अति महत्वपूर्ण पदों का दायित्व निर्वहन कर रहे मनोज कुमार सिंह जैसे प्रदेश के विकास को गति देने वाले अति वरिष्ठ पदों की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। कोविड काल में पहले टीम-11 और फिर टीम 9 में शामिल मनोज कुमार सिंह ने गांवों में कोविड प्रसार को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बैंकिंग एट योर डोरकी परिकल्पना को साकार करने वाली मुख्यमंत्री की बीसी सखी योजना आज पूरे देश में मॉडल के रूप में स्वीकारी जा रही है। इसकी रूपरेखा तैयार करने से लेकर क्रियान्वयन तक मनोज कुमार सिंह का बड़ा योगदान है।
परफॉर्मर’ के रूप में जाने जाते हैं नए मुख्य सचिव
नए मुख्य सचिव मनोज कुमार योजनाओं को जमीन पर उतारने के कारण परफॉर्मर के तौर पर जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री ने अपने अब तक के कार्यकाल में मनोज कुमार सिंह पर लगातार भरोसा जताया है। इनके बारे में कहा जाता है कि ‘डिलीवरी ऑन टाइम’ के योगी मंत्र को मनोज कुमार ने आत्मसात कर लिया है।