मैनपुरी। बीएसए दीपिका गुप्ता ने आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वे करने की जिम्मेदारी शिक्षक-शिक्षिकाओं को सौंपी है। प्रधानाध्यापकों के निर्देशन में शिक्षक-शिक्षिकाएं, शिक्षा मित्र और अनुदेशक घर-घर पहुंचकर आउट ऑफ स्कूल बच्चों की तलाश करेंगे। उनको चिन्हित कर उनका नामांकन स्कूलों में कराया जाएगा।
बीएसए दीपिका गुप्ता ने कहा कि 31 जुलाई तक आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वे कर उनका नामांकन नजदीकी स्कूलों में कराया जाए। बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में भ्रमण कर आउट ऑफ स्कूल बच्चों के नामांकन के कार्य की समय-समय पर समीक्षा करते रहें। बीएसए ने कहा कि प्रधानाध्यापक अपने हिसाब से शिक्षक-शिक्षिकाओं के बीच क्षेत्र का विभाजन कर आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वे कराएं। किसी कीमत पर 6 से 8 साल के बच्चे आउट ऑफ स्कूल नहीं रहने चाहिए। बीएसए ने कहा कि 31 जुलाई तक यह कार्य पूरा हो जाना चाहिए। हर सप्ताह प्रगति रिपोर्ट से भी उच्चाधिकारियों को अवगत कराना होगा।