प्रयागराजः बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में आनलाइन हाजिरी, सेल्फी, 12 तरह के रजिस्टर सहित अन्य सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए उपलब्ध कराए गए कई टैबलेट सिरदर्द बन गए हैं। कुछ जिलों में टैबलेट की बैटरी खराब हो जाने से वे चालू नहीं हो रहे हैं। जो चालू हो रहे हैं, उनके रैम व प्रोसेसर से ज्यादा स्पीड तो मोबाइल फोन में मिल रही है।
5जी के दौर में 4जी सिम के सपोर्ट से चलने वाले टैबलेट में नेटवर्क की समस्या है। टैबलेट खराब होने पर उन्हें बनवाने के लिए सर्विस सेंटर की जो सूची जारी की गई है, वे दूर होने
से वहां आना-जाना संकट भरा है। कुछ जिलों में सर्विस सेंटर ही नहीं हैं।
परिषदीय स्कूलों में उपस्थिति पंजिका, एमडीएम पंजिका, स्टाक पंजिका, बैठक पंजिका, निश्शुल्क सामग्री वितरण पंजिका, पत्र व्यवहार पंजिका, बाल गणना पंजिका, पुस्तकालय पंजिका, छात्र विवरण, खेलकूद पंजिका, आय व्यय एवं चेक इश्यू पंजिका सहित कई कार्यों की जानकारी दी जानी है।
इसके लिए प्रत्येक विद्यालय को दो-दो टैबलेट, सिम और रिचार्ज करने के लिए धनराशि उपलब्ध कराई गई है। टैबलेट खरीदने के लिए 2018-19 में टेंडर हुआ था। अब दौर 5जी
और उसके भी आगे का है। ऐसे में 5जी सिम पांच साल पुराने वर्जन के टैबलेट में सपोर्ट न करने से कई जिलों में संकट है।
लखीमपुर खीरी और अन्य जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या से शिक्षक परेशान हैं। टैबलेट में शिकायतें आने के बाद महानिदेशालय स्कूल शिक्षा की ओर सौ से ज्यादा सर्विस सेंटर की सूची जारी की गई है, जहां संपर्क करके उसे ठीक कराने के निर्देश शिक्षकों को दिए गए थे। कई शिक्षकों ने बताया कि कुछ जिलों में सर्विस सेंटर ही नहीं है। ऐसे में उन्हें दूसरे जिले के सर्विस सेंटर पर जाना पड़ेगा। इसके अलावा एक दिन टैबलेट देने जाएं।