दरअसल शिक्षा विभाग के अधिकारी अन्य विभागों के कार्यों को नहीं चेक कर सकते हैं लेकिन अन्य जितने भी विभाग हैं उन सब के अधिकारी अपने शिक्षा विभाग के स्कूलों को चेक कर सकते है। यह एकतरफा और सौतेला व्यवहार है।
अन्य विभाग के अधिकारी हम लोगों को चेक करके बिल्कुल मामूली कमी पर भी एक सेकंड में बदनाम कर देते हैं लेकिन हमारे विभाग के अधिकारी उनको चेक नहीं कर सकते इसलिए उनकी कमियाँ सामने नहीं आ पातीं। इसलिए उनका पलड़ा हमेशा भारी पड़ता है।
यदि BDO ब्लॉक के 5 स्कूल चेक करे तो BEO को भी 5 ग्राम पंचायतों के कार्य चेक करने का अधिकार मिलना चाहिए। तभी सन्तुलन बैठेगा अन्यथा एक तरफा चेकिंग को हम सिर्फ साजिश मानेंगे।
यदि DPRO या DDO जिले के 5 स्कूल चेक करें तो BSA को भी जिले की कोई 5 ग्राम पंचायतें चेक करने का अधिकार मिले।
यदि ब्लॉक के डॉक्टर ब्लॉक के कोई 5 स्कूल चेक करते हैं तो BEO को भी ब्लॉक के कोई 5 हॉस्पिटल चेक करने का अधिकार मिलना चाहिए।