टीचर उपस्थिति के संबंध में भ्रम दूर करने के नए पैतरे
तमाम तरह की बातें और उदारता वास्तव में शिकार के बड़े और संगठित आकार को फंसाने के लिए जाल का आकार बढ़ाने के अतिरिक्त कुछ नही है।
जैसे
1.प्रेरणा एप में हाजिरी लगाने का ही तो विरोध है इसलिए नही लग रही।
2.बायोमेट्रिक या फेस रिकॉगनिशन नही लग रही पर उसी का दबाव तो शिक्षक पर है इसीलिए तो प्रेरणा पर शिक्षक प्रोफाइल बनवाई गई है।
3. देरी होने पर कारण का विकल्प तो है पर उस कारण के बदले क्या होगा यह रहस्य है।
4. विद्यालय समय में किसी कारण से जाने की रियायत का आश्वासन तो है पर इसके पीछे छिपी मंशा ❓वर्तमान की कार्यशैली से समझिए कि 2 मिनट की देरी से पहुंचने वाले शिक्षको का निलंबन किया गया है। FLN प्रशिक्षण में समय के पहले संविदाकर्मी के कहने पर सैकड़ों लोगो का वेतन रोकने की कार्यवाही की गई है।अतः बीच समय निकले तो साहब लोग क्या करेंगे यह खुद ही समझें ।
5. ऑफलाइन में सभी को हस्ताक्षर करने होते है,इनका कहना है कि हेडमास्टर ही सबकी ऑनलाइन उपस्थिति भर देगा चाहे शिक्षक न भी रहे ।जरा सोचिए हेड ने सभी की हाजिरी ऑनलाइन कर दी और कुछ शिक्षक नही है और अधिकारी पहुंचे तो आपके साथ क्या होगा और आप कैसे अपना बचाव करेंगे, पूरा स्टाफ निलंबित अथवा मोटी वसूली।कोर्ट से भी राहत नही मिलेगी।प्रतिष्ठा भी गई और इनका नैरेटिव भी प्रमाणित होगा।
6. अन्य प्रदेश की तुलना नही होनी चाहिए,देश काल के अनुसार व्यवस्था भी अलग होती है।
7. अभी तक कैसे MDM का भुगतान होता आया है,और अगर भुगतान नहीं होगा तो एमडीएम बंद कर दिया जाएगा।कल के आदेश में लिखा भी है कि एमडीएम प्रधान का उत्तरदायित्व है।
8. हाफ CL की आवश्यकता है क्योंकि हम अपने अधिकार से ज्यादा की इच्छा रखते ही नही,हम नियमानुसार ही आयेंगे और जायेंगे।
इसलिए मित्रो यह स्पष्टीकरण शिकार को जाल में फंसाने का चारा मात्र है।इनके बहकावे में बिलकुल नहीं आना है।
ऑनलाइन हाजिरी का विरोध नहीं है बल्कि लंबे समय से इनके कुटिल और षड्यंत्र और तानाशाही कार्यशैली से संचित आक्रोश और शोषण के विरुद्ध एकजुट प्रतिकार है।
आखिर हाफ सीएल,30 इएल पर महानिदेशक महोदया बात क्यों नहीं कर रही हैं।
हमारी मांगे नही मानने तक हमे इनके किसी भी बहकावे में नहीं आना होगा।