लखनऊ, प्रमुख शिक्षकों के लगातार आन्दोलन के बावजूद सरकार डिजिटल हाजिरी के मामले में पीछे हटने को तैयार नहीं है।
गुरुवार को स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने प्रदेश के सभी एडी बेसिक, बीएसए, जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) एवं जिला समन्वयक (एमआईएस) के साथ ऑनलाइन बैठक कर शुक्रवार से इस दिशा में सक्रियता दिखाने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि अगले एक सप्ताह तक सभी अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र के तहत आने वाले विद्यालयों का प्रात: 7:30 बजे से 10.30 बजे तक नियमित भ्रमण करें और डिजिटल पंजिकाओं के संबंध में समझाएं ।
यह भी कहा गया है कि कल से जिले व खण्ड स्तर के सभी विभागीय अधिकारी शिक्षक संघों को भीा समझाएं। अध्यापक के कर्तव्य समझाएं। उनसे डिजिटल अटेंडेंस लगवाकर बताएं कि आप कर्मठ अध्यापक हैं बाकियों से अलग हैं। उन्हें डिजिटल पंजिकाओं से होने वाले लाभ के बारे में बतायें। यह भी निर्देश दिए गए कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा जिला समन्वयकों/एसआरजी एवं समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा विकासखण्ड के सभी प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक करें।
जिलों में बीएसए हुए सक्रिय
स्कूल शिक्षा महानिदेशक के निर्देश के बाद कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी इस दिशा में सक्रिय हो गये हैं। उन्नाव, कुशीनगर, बरेली, देवरिया, सीतापुर सहित कई बीएसए ने अपने मातहत सभी डीसी, बीईओ, एआरपी को निर्देश जारी कर कहा है कि वे कल सुबह से कम से कम 10 स्कूलों का निरीक्षण करें और प्रेरणा एप पर हाजिरी लगाएं।
डिजिटल हाजिरी नहीं लगाने पर अड़े संगठन
उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि विभाग शिक्षकों को डरा-धमकाकर व दबाव बनाकर डिजिटल हाज़री नहीं ले सकता। उनहोंने बताया कि पहले शिक्षकों से वार्ता कर मांगों पर विभाग विचार करे उसके बाद ही शिक्षक ऑनलाइन हाज़री को तैयार होंगे। कुछ जिलों में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों द्वारा शिक्षकों का वेतन रोकने व शिक्षकों के ़िखला़फ कार्यवाही का डर दिखाया जा रहा है जो उचित नहीं है। वहीं शिक्षक, शिक्षा मितर एवं अनुदेशकों के संगठनों का संयुक्त संगठन संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने सात सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग दोहराते हुए इस मामले में किसी भी दशा में झुकने के प्रति आगाह किया है।
● अगले एक सप्ताह तक अधिकारी अपने क्षेत्र के स्कूलों का दौरा करेंगे
● शिक्षक व शिक्षक संगठनों को डिजिटल हाजिरी के फायदे समझाए जाएंगे
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के लिए डिजिटल हाजिरी को बाध्यकारी किया जाना तुगलकी फरमान है। उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है।
अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि इतने संवेदनशील मुद्दे पर सरकार को शिक्षकों से बात करके ही किसी निर्णय पर पहुंचना चाहिए था। इस तरह के फरमान लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करते हैं।