मऊ, । जिले में मुख्यमंत्री मॉडल अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय खोलने की कवायद शुरू हो गई है। करीब 24 करोड़ रुपए की लागत से फतेहपुर मंडाव के कमलसागर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के भूखंड पर सात एकड़ भूमि पर 30 कक्षा कक्षों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था भी शासन से पहले ही नामित हो चुकी है। योजना के तहत इस विद्यालय को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के साथ 2000 छात्र- छात्राओं को शिक्षा मिलेगी।
जिला समन्यवक निर्माण अजित कुमार तिवारी ने बताया कि पूरे प्रदेश में 57 परिषदीय स्कूलों को मुख्यमंत्री मॉडल अभ्युदय विद्यालय के रूप में चयनित किए गए हैं। इसके लिए सभी जिलों से स्कूलों का प्रस्ताव मांगा गया था जिनके पास पांच से दस एकड़ जमीन थी। इसमें मऊ जिले के फतेहपुर मंडाव ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय कमलसागर का प्रस्ताव भेजा गया था। योजना के तहत विद्यालय के सात एकड़ भूखंड पर निर्माण कार्य होगा। निजी स्कूलों की तर्ज पर प्री प्राइमरी, कक्षा एक से लेकर इंटर तक की कक्षाएं अलग-अलग संचालित की जाएंगी। इसके लिए इन स्कूलों में 30 कक्षा कक्षों का निर्माण कराया जाएगा। जिसमें लगभग 2000 छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन की व्यवस्था होगी। विद्यालय में विज्ञान वर्ग, गणित, वाणिज्य व कला वर्ग की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। विद्यालय में शिक्षण भवन के साथ ही बच्चों के लिए खेल मैदान भी तैयार किया जाएगा। इसमें डिजिटल एजुकेशन की भी व्यवस्था की जाएगी। बताया कि करीब 24 करोड़ रुपये विद्यालय के निर्माण पर खर्च किया जाएगा। इसके लिए निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था कांस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज को सौंपी गई है।
डीएम अध्यक्ष, बीएसए होंगे सचिवः शासन से निर्माण कार्य को पहले ही हरी झंडी मिल चुकी है। निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो, इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। डीएम को अध्यक्ष बनाया जाएगा, बीएसए सचिव होंगे। साथ ही सीडीओ उपाध्यक्ष सहित एडीएम, डीआईओएस, वरिष्ठ कोषाधिकारी, डायट प्राचार्य डीपीआरओ, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, डीपीओ के अलावा वित्त एवं लेखाधिकारी सदस्य के रूप में नामित होंगे। इन्हीं की देखरेख में कार्य कराया जाएगा।
फतेहपुर मंडाव के विद्यालय कमलसागर का चयन मुख्यमंत्री मॉडल अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय के रूप में हुआ है। इस विद्यालय के भूखंड पर 24 करोड़ से कम्पोजिट विद्यालय बनेगा। 12वीं तक की पढ़ाई होगी। निर्माण कार्य के लिए कार्यदायी संस्था का चयन हो चुका है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होंगे।
– संतोष कुमार उपाध्याय, बीएसए ।
निजी स्कूलों से बेहतर होंगी सुविधाएं
मऊ। विद्यालय में स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, कंप्यूटर, ग्रीन बेल्ट के साथ ही पेयजल, शौचालय, चहारदीवारी, रसोईघर आदि की बेहतर व्यवस्था भी होगी। हाईटेक संसाधन के साथ खेलकूद समेत अन्य सुविधाओं से लैस करते हुए पंजीकृत विद्यार्थियों को शिक्षा निजी स्कूलों से
बेहतर मिलेगी। यही नहीं आधुनिक कंप्यूटर ज्ञान के साथ स्क्रीन पर शिक्षण कार्य करने की सुविधा मिलेगी। जहां बच्चों का बौद्धिक विकास होगा। वहीं, स्कूल में शिक्षा के साथ संचालित अन्य गतिविधियों से उनके शारीरिक विकास में भी मदद मिलेगी।