लखनऊ, । शहर के विश्वविद्यालयों में नए कानून के हिसाब से पढ़ाई शुरू कराने की तैयारी कर ली गई है। नए सत्र से एलएलबी के छात्रों को भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के अनुसार पढ़ाई कराई जाएगी। जबकि जिन छात्रों ने आईपीसी, सीआरपीसी और एविडेंस एक्ट पढ़ चुके हैं, उन्हें अपडेट किया जाएगा।
पुनर्वास विवि में बीओएस से पास
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में फैकल्टी ऑफ लॉ की प्रो. शेफाली यादव ने बताया कि बीएनएस, बीएनएसएस और बीएसए के लिए पहले से ही तैयारा शुरू कर दी गई थी। नए पाठ्यक्रम को बोर्ड ऑफ स्टडीज से भी पास करा लिया गया है। आईपीसी, सीआरपीसी, एविडेंस एक्ट की पढ़ाई कर चुके छात्रों के लिए कार्यशाला रखी जाएगी।
भाषा विश्वविद्यालय में शिक्षकों की ट्रेनिंग जारी केएमसी भाषा विश्वविद्यालय में फैकल्टी ऑफ लीगल स्ट्डीज के डीन प्रो. मसूद आलम ने बताया कि बीएनएस, बीएनएसएस और बीएसए की शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। पाठ्यक्रम भी अपडेट किया जा रहा है। जल्द ही बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक होगी। जानकारी के अनुसार बता दें कि इसी सत्र से बीएनएस, बीएनएसएस और बीएसए की पढ़ाई कराई जाएगी।
एलयू में 10 जुलाई को बीओएस की बैठक
एलयू में विधि संकाय के अध्यक्ष प्रो. बीडी सिंह ने बताया कि नए कानून बीएनएस, बीएनएसएस और बीएसए के अनुसार पढ़ाई कराने के लिए शिक्षकों को कार्यशाला के जरिए अपडेट किया जा चुका है। जानकारी के अनुसार अपडेट पाठ्यक्रम 10 जुलाई को बोर्ड ऑफ स्टडीज (बीओएस) की बैठक में पास किया जाएगा।