लखनऊ,। बेसिक स्कूलों 12 रजिस्टरों को डिजिटाइज करने से पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए बकायदा पूरी तैयारी की थी। सात जिलों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था ताकि डिजिटाइजेशन के बाद कोई बड़ी समस्या न पैदा हो। इनकी सफलता के बाद ही विभाग ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने का फैसला किया।
हर स्तर पर शिक्षकों को इससे लगातार अपडेट और प्रशिक्षित किया जाता रहा है। एक वर्ष पूर्व इसी जुलाई में विभाग के द्वारा सभी रजिस्टर को डिजिटल किए जाने का आदेश जारी किया गया था, जिसके बाद से लगातार शिक्षकों को फिजिकल और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से इसके उपयोग को लेकर प्रशिक्षित किया गया।
यूट्यूब के माध्यम से शिक्षकों को दी ट्रेनिंग
इस आदेश के बाद सितंबर 2023 में इसको लागू करने की शुरुआत की गई, जब रजिस्टरों के कामकाज की जांच के लिए लखनऊ के कुछ शिक्षकों के साथ एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसको लागू किया गया। स्पष्ट रूप से बताया गया था कि रजिस्टरों को कैसे भरना है। सात जिलों के बीएसए और बीईओ की विभिन्न समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं।