औरैया। बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार प्रयागराज चले गए। जाते-जाते वह दो शिक्षकों बर्खास्त कर गए।
दोनों शिक्षक अमान्य शिक्षक संगठन यूटा से जुड़े थे। 29 जून को हुई इस कार्रवाई की भनक अभी तक किसी को नहीं लगी। बर्खास्त होने वालों में प्राथमिक विद्यालय दलीपपुर के देवेंद्र प्रताप सिंह और पूर्व माध्यमिक कंपोजिट विद्यालय सिखरना ओमजी पोरवाल शामिल हैं। दोनों सहायक अध्यापक हैं।
देवेंद्र प्रताप पर आरोप है कि वह शिक्षकों से धन उगाही करते थे। साथ ही आचरण शिक्षक के विपरीत था। उन गिरोह बनाकर शिक्षण कार्य के विपरीत काम करने का भी आरोप है। इसके साथ ही उन बीईओ से मारपीट करने की भी शिकायत है।
वहीं ओमजी पोरवाल पर अमान्य संगठन यूटा के जिलाध्यक्ष के रूप में शिक्षक आचरण के विपरीत काम करने वेतन, एरियर व अनुपस्थिति को लेकर शिक्षकों से धन उगाही और बीईओ से मारपीट जैसे आरोप हैं। आदेश में कहा गया है कि सार्वजनिक सूचना के प्रकाशन के बाद भी दोनों शिक्षक जवाब देने नहीं आए।
नियमों के तहत की गई कार्रवाई
‘नियमावली के तहत शिक्षक ओमजी पोरवाल व देवेंद्र प्रताप सिंह की बर्खास्तगी व सेवा समाप्ति की गई है। दोनों को पांच बिंदुओं पर दोषी पाया गया है। 29 जून को दोनों शिक्षकों के खिलाफ यह कार्रवाई कर दी गई थी।’- अनिल कुमार, निवर्तमान बीएसए