प्रयागराजः बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक/शिक्षिकाओं की दो जुलाई से शुरू की गई अंतःजनपदीय समायोजन प्रक्रिया के लिए तय किए गए नियम से शिक्षकों में नाराजगी है। उन्होंने नाराजगी के कई कारण गिनाए हैं। एक तो यह कि जून में तैनाती पाए 12,460 सहायक अध्यापक भर्ती के करीब पांच हजार शिक्षकों में से अधिकांश जुलाई में ही सरप्लस की सूची में आ गए। इसी तरह पारस्परिक अंतःजनपदीय एवं अंतरजनपदीय स्थानांतरण पाए कई शिक्षक भी सरप्लस की सूची में आ रहे हैं। विद्यालय आवंटन पर प्रश्न उठाए गए हैं कि अधिक शिक्षकों वाले विद्यालयों में तैनाती क्यों दी गई।
शिक्षक लंबे समय से अंतःजनपदीय समायोजन की मांग कर रहे थे, लेकिन जब उनकी मांग
के अनुरूप समायोजन की प्रक्रिया शुरू हुई तो निर्धारित नीति ही उनके लिए सिरदर्द बन गई। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव से ऐसे शिक्षकों ने अपनी पीड़ा बताई है। ऐसी ही पीड़ा कुछ महीने पहले पारस्परिक स्थानांतरण के तहत अंतःजनपदीय और अंतरजनपदीय स्थानांतरण पाए करीब 22,000 शिक्षकों में से कई की है। अनिल यादव ने कहा है कि 31 मार्च 2024 तक नामांकन के आधार पर सरप्लस शिक्षकों की सूची बनाए जाने से संकट खड़ा हुआ है।