रायबरेली। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने शुक्रवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान बछरावां के खंड शिक्षा अधिकारी के कारनामे उजागर करते हुए उनके खिलाफ जांच करने और हटाए जाने की पुरजोर वकालत भी की गई। अधिकारियों के खिलाफ बीएसए दफ्तर के गेट पर बेमियादी धरना शुरू किया गया।
जलिाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में धरने पर बैठे शिक्षकों व शिक्षणेतर कर्मचारियों ने अवशेष देयकों के भुगतान में अवरोध, शोषण, अन्याय, अत्याचार एवं संवेदनहीनता को लेकर जमकर नारेबाजी की। प्रदेश संगठन मंत्री शिवशंकर सिंह ने एरियर के भुगतान में वित्त एवं लेखाधिकारी की कार्यशैली के साथ ही बछरावां के खंड शिक्षा अधिकारी के कृत्यों का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसे अधिकारी नहीं सुधरे तो शासन के साथ होने वाली अगली बैठक में इनकी कारगुजारियों से अवगत कराएंगे। अमावां अध्यक्ष बृजेंद्र
कुमार ने कहा कि शिक्षकों एवं शिक्षणेतर कर्मचारियों के बकाया एरियर का भुगतान होने तक यह धरना जारी रहेगा।
जिला संगठन मंत्री मधुकर सिंह ने अंतरजनपदीय शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि, डीए, बोनस व बाधित वेतन भुगतान समेत अन्य समस्याएं रखीं। दिनेश प्रताप सिंह, रवींद्र सिंह यादव, आनंद प्रताप सिंह, अनूप सिंह ने भ्रष्टाचार के कारण शिक्षकों को होने वाली आर्थिक क्षति के बारे में बताया। संचालन जिला महामंत्री संजय कनौजिया ने किया। इस मौके पर चंद्र प्रकाश, आलोक कुमार, राकेश गौतम, रामेश्वर नाथ, राजेश कुमार, वीरेंद्र बहादुर, पूजा गुप्ता, सविता देवी, नीलिमा राय, संयोगिता श्रीवास्तव, दिलीप पटेल, राजीव कुमार सिंह व विनोद कुमार द्विवेदी आदि मौजूद रहे।