परिषदीय स्कूलों
में पढ़ने वाले बच्चे अब एमडीएम के साथ सप्ताह में एक दिन चिक्की गजक खाकर शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करेंगे। पीएम पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजनान्तर्गत बच्चों को अतिरिक्त पोषक तत्व उपलब्ध कराये जाने के निमित्त छात्रों को सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन के अन्तर्गत अतिरिक्त खाद्य सामग्री दिए जाने का फैसला किया गया है। योजना नवंबर महीने से लागू होगी और मार्च महीने तक चलेगी। इस पांच महीने की अवधि मे 19 दिन तक बच्चों को यह सप्लीमेंट मिलेगा।
भारत सरकार ने पीएम पोषण योजनान्तर्गत बजट की उपलब्धता के अनुसार कुल आवर्ती बजट के 5 प्रतिशत फंड का उपयोग फ्लेक्सी फंड के अन्तर्गत किये जाने की व्यवस्था की है। इसके अन्तर्गत ‘किचन गार्डन’ व ‘सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रिशन’ के अन्तर्गत व्यय का प्राविधान है। इस बजट की उपलब्धता के आधार पर अब सरकार ने परिषदीय और सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन” उपलब्ध कराये जाने का फैसला किया है। इसके तहत बच्चों को एमडीएम के साथ सप्ताह में एक दिन अतिरिक्त खाद्य सामग्री के रूप में मूंगफली और गुड़ से बनी चिक्की या गुड़ तिल और मूंगफली की गजक उपलब्ध करवायी जायेगी। सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन के तौर पर लाई का लड्डू या बाजरे का लड्डू भी दिया जा सकेगा। सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन देने के लिए बृहस्पतिवार का दिन तय किया गया है। बृहस्पतिवार को विद्यालय अवकाश की स्थिति में आगामी कार्यदिवस में वितरण किया जायेगा।
पांच रुपये प्रति छात्र की दर से मिलेगा बजटःजिले के 2610 परिषदीय व 29 सहायता प्राप्त स्कूलों में करीब 3.25 लाख बच्चे
एमडीएम खा रहे हैं। इन सभी छात्रों को सप्ताह में एक दिन अतिरिक्त खाद्य सामग्री दी जायेगी। इस सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन के लिए प्रति छात्र पांच रुपये खर्च किए जायेंगे। योजना माह नवम्बर, 2024 से माह मार्च, 2025 तक की अवधि में संचालित की जायेगी। सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन का वितरण विद्यालय में शिक्षण कार्य प्रारम्भ होने से पूर्व किया जायेगा