बरेली : कक्षा चार का छात्र जामुन और नीबू तोड़कर नहीं लाया तो गुस्साई महिला शिक्षक ने पीटकर उसकी खाल उधेड़ दी। एक घंटा कमरे में बंद रखा। पीड़ित के स्वजन की शिकायत पर आरोपित शिक्षक रजनी के विरुद्ध मारपीट, बंधक बनाने और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा लिखाया है। बुधवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि शिक्षक रजनी को निलंबित कर जांच बैठा दी है।
अनुसूचित जाति (वंचित) का छात्र कमल गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार में पढ़ता है। उसके स्वजन ने बताया कि स्कूल की शिक्षक रजनी अक्सर बच्चों से जामुन और नीबू तोड़कर मंगवाती है। शनिवार को उन्होंने कमल से जामुन तोड़कर लाने को कहा। कुछ देर बाद उसे पेड़ से जामुन तोड़ते देख ग्रामीणों ने सवाल किया तो उसने बताया कि मैडम ने मंगवाए हैं।
इसके बाद छात्र बिना जामुन तोड़े ही लौट आया। सोमवार को छुट्टी के बाद जामुन नहीं लाने और ग्रामीणों को बताने से नाराज शिक्षक ने कमल को कमरे में बंदकर पीटा। एक घंटे बाद उसे घर जाने दिया तब स्वजन को घटनाक्रम पता चला। उसकी पीठ पर डंडे से इतने प्रहार किए गए कि खाल उधड़ गई थी। उसी शाम स्वजन की शिकायत पर आरोपित महिला शिक्षक रजनी के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई। छात्र की पीठ पर चोट के निशान वाला वीडियो व फोटो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने लगे। इसके आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच कर रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी।
आरोपित शिक्षक का कहना था कि गांव में गुटबंदी चलती है। इसी के अंतर्गत एक पक्ष ने झूठे आरोप लगा दिए।