गुजरात के नीट-यूजी पास कर चुके 56 अभ्यर्थियों ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। छात्रों ने शीर्ष कोर्ट से केंद्र सरकार और एनटीए को परीक्षा रद्द करने से रोकने का निर्देश देने की मांग की।
दायर याचिका में छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को नीट-यूजी परीक्षा पेपर लीक, नकल जैसी गतिविधियों में शामिल छात्रों और अन्य लोगों की जांच करने के साथ उनकी पहचान करने की मांग की है। इसके अलावा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
यह याचिका तब दायर हुई है, जब मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ 26 याचिकाओं पर सुनवाई करने वाली है। याचिकाओं में दोबारा परीक्षा कराने और पहले हुई परीक्षा की जांच की मांग की है। इनपर आठ जुलाई को सुनवाई होगी। सिद्धार्थ कोमल सिंगला और 55 अन्य छात्रों की नई याचिका वकील देवेंद्र सिंह के माध्यम से दायर हुई है।
उधर, पेपर लीक की पृष्ठभूमि में संघ से जुड़ी विद्या भारती ने गुरुवार को प्रतियोगी परीक्षाओं के मौजूदा पैटर्न में बदलाव की वकालत की, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोका जा सके।