लखनऊ: प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के डिजिटल अटेंडेंस समेत अन्य मांगों को लेकर 29 जुलाई को निदेशालय घेराव का निर्णय फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। शिक्षकों ने इस मामले में जल्द कमेटी के गठन और उसकी रिपोर्ट देने की मांग की है। साथ ही रिपोर्ट न आने तक डिजिटल अटेंडेंस न लगाने न ही प्रार्थना सभा की सेल्फी भेजने का पूर्व का निर्णय बरकरार रहेगा।
प्रदेश में आठ जुलाई से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के डिजिटल अटेंडेंस लगाने का निर्देश जारी हुआ था। इसे लेकर शिक्षकों ने पूरे प्रदेश में धरना, विरोध-प्रदर्शन किया था। साथ ही शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गठन किया था। इस बीच कुछ शिक्षक संगठनों की मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह व संयुक्त मोर्चा की महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा के साथ बैठक हुई थी।
इसमें डिजिटल अटेंडेंस को स्थगित करने, एक कमेटी के गठन और शिक्षकों की अन्य मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेने की बात कही गई थी। हालांकि संयुक्त मोर्चा 29 जुलाई को निदेशालय घेराव पर अड़ा हुआ था। इस क्रम में हाल में हुई बैठक में यह तय किया गया कि महानिदेशक द्वारा बैठक की कार्यवाही मोबाइल मैसेज के माध्यम से उपलब्ध कराई गई है। सभी घटक संगठनों के प्रतिनिधि इससे सहमत हैं।
महानिदेशक ने बताया है कि समिति जल्द गठित होगी। इसमें शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि भी होंगे। अन्य समस्या समाधान का भी भरोसा दिया गया है। संयुक्त मोर्चा के सह संयोजक अनिल यादव ने बताया कि इसे देखते हुए 29 जुलाई का निदेशालय घेराव का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि शिक्षक न तो डिजिटल अटेंडेंस देंगे, न ही प्रार्थना सभा की सेल्फी भेजेंगे।